सुबह 7 बजे दूध चेकिंग के लिए सड़क पर उतरे खाद्य औषधि विभाग के अफसर
अधिकारियों ने दूध के सेंपल लिए
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:ग्रामीण क्षेत्रों से दूध टंकियों में एकत्रित कर लोडिंग बोलेरो वाहनों से शहर की डेयरियों पर सप्लाय किया जाता है वहीं अनेक ग्रामीण अपने वाहनों से शहर की कालोनियों व होटलों पर दूध सप्लाय करते हैं। सुबह 7 बजे खाद्य औषधि विभाग के अफसरों की टीम ने शांति पैलेस चौराहे पर टंकियों से दूध परिवहन कर रहे वाहनों को रोककर जांच के सेम्पल लिये।
दूध में यूरिया अथवा पानी की मिलावट की जांच के लिये खाद्य औषधि विभाग की टीम के अफसर सुबह शांति पैलेस चौराहे पर पहुंचे और ग्रामीण क्षेत्रों से दूध से भरी टंकियां लेकर शहर की ओर आने वाले लोडिंग बोलेरो वाहन, दो पहिया वाहनों को रोका। सुबह 9 बजे तक विभाग के अफसरों ने दो बोलेरो वाहन लेकोड़ा और बिछड़ौद के रोककर उनमें रखी दूध की टंकियों से बॉटल में सम्पल एकत्रित किये।
इसी प्रकार निनौरा और बसंत विहार के दो पहिया वाहनों पर रखी दूध टंकियों से सेम्पल लेकर अपने पास सुरक्षित रखे। खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत दत्त शर्मा ने बताया कि संजय आंजना निवासी बिछड़ौद, महेश योगी निवासी निनौरा और जीवन पोरवाल निवासी बसंत विहार कालोनी सहित एक अन्य के द्वारा परिवहन किये जा रहे दूध की टंकियों से सेम्पल एकत्रित किये हैं जिन्हें जांच के लिये राज्य खाद्य प्रयोगशाला भोपाल भेजा जायेगा।
महिदपुर में शनिवार को लिये थे 13 सेंपल
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत दत्त शर्मा ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर जिले में खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता और मिलावट संबंधी जांच के लिये सेम्पल लेने का अभियान चलाया जा रहा है। शनिवार को टीम ने महिदपुर में कार्रवाई करते हुए 13 सेम्पल लेकर भोपाल जांच हेतु भेजे थे।
14 दिन में आयेगी जांच रिपोर्ट
खाद्य सुरक्षा अफसरों द्वारा लिये गये दूध के सेम्पलों की जांच रिपोर्ट 14 दिनों के अंदर विभाग को प्राप्त होगी। अफसरों ने बताया कि रिपोर्ट में ब्लो स्टेण्डर्ड पर केस व जुर्माने का प्रावधान है जबकि यूरिया अथवा अन्य हानिकारक केमिकल मिलने पर सजा का प्रावधान भी है।
टीम को देख रास्ता बदल गए दूध विक्रेता
शांति पैलेस चौराहे पर खाद्य औषधि विभाग की टीम द्वारा दूध टंकियां लेकर जाने वाले वाहनों को रोककर चैकिंग करते देख अनेक दूध विक्रेताओं ने दूर से ही अपना रास्ता बदल लिया। सुबह जांच टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत दत्त शर्मा के साथ पुष्पक द्विवेदी, महेन्द्र वर्मा भी साथ रहे। अफसरों ने बताया कि विभाग की आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।