विदेशी यूनिवर्सिटी की तर्ज पर उज्जैन में बनेगा सांदीपनि वैदिक गुरुकुल

मप्र सरकार की सैद्धांतिक सहमति के बाद जमीन अधिग्रहण की तैयारी
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गुरुकुल परिसर में अलग हवाई पट्टी भी होगी विकसित

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन उज्जैन में भगवान श्रीकृष्ण जिस महर्षि सांदीपनि आश्रम में पढ़े और विभिन्न कलाएं सीखी, उसी के पास अब सांदीपनि वैदिक गुरुकुल स्थापित होगा। यह विदेशी यूनिवर्सिटी की तर्ज पर बनेगा, जिसका अपना एयरपोर्ट या हवाईपट्टी भी होगी।
मध्यप्रदेश सरकार ने इसकी सैद्धांतिक सहमति देकर महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ को योजना तैयार कर क्रियान्वयन के लिए अधिकृत किया है। सरकार का आदेश जल्द ही स्थानीय प्रशासन तक पहुंच जाएगा। इसके बाद सांदीपनि आश्रम के आसपास की जमीन का चयन कर योजना तैयार की जाएगी। इस गुरुकुल को अनूठा रूप देने की तैयारी चल रही है। इस सिलसिले में 2 जुलाई को होने वाली बैठक में कोई निर्णय लिया जा सकता है। अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय की तर्ज पर इसकी योजना बनाने का विचार भी चल रहा है। इसे शिक्षा का ऐसा केंद्र बनाया जाएगा, जहां विद्या अध्ययन के साथ कई विद्याएं सीखी जा सकेंगी।
वीर भारत संग्रहालय का जल्द बनेगा ट्रस्ट
अगले माह 2 जुलाई को महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा प्रशासन के साथ एक बैठक का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें वीर भारत संग्रहालय को लेकर अहम निर्णय लिए जाएंगे। कोठी महल को वीर भारत संग्रहालय के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही विधिवत ट्रस्ट का गठन किया जाएगा। साथ ही कोठी महल पर प्रारंभिक काम शुरू किए जाएंगे।
गुरुकुल बनाने की मिल चुकी हरी झंडी
मंगलनाथ मंदिर मार्ग स्थित महर्षि सांदीपनि आश्रम के आसपास गुरुकुल की स्थापना के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री सैद्धांतिक स्वीकृति दे चुके हैं। जल्द ही योजना को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया शुरू होगी।
श्रीराम तिवारी, निदेशक महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ, उज्जैन








