धर्म आराधना एवं भगवान महावीर के बताए मार्ग पर चलकर आने वाले भव को सुधारना चाहिए: साध्वीजी
उज्जैन। श्री श्रैयांसनाथ राजेंद्र सूरि ज्ञान मंदिर में चातुर्मास के लिए विराजित साध्वी डॉ. अमृतरसा श्रीजी मसा आदि ठाणा 3 की पावन निश्रा में चातुर्मास समाप्ति पर एक दिवसीय उज्जैन से हासामपुरा तक पैदल संघ निकाला गया। त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ के प्रचार मंत्री राजेंद्र पगारिया एवं राजेंद्र पटवा ने बताया कि नयापुरा से पैदल चलकर अवंति पाश्र्वनाथ हनुमंतबाग चिंतामण गणेश होते हुए लगभग 17 किमी दूर स्थित अलोकिक पाश्र्वनाथ मंदिर हासामपुरा पहुंचा। जहां सभी ने सेवा, पूजा, भक्ति की। इस अवसर पर विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, पूर्व मंत्री पारस जैन भी उपस्थित थे।
मानव जीवन 84 लाख योनियों से भटकते हुए मिला
साध्वीजी ने प्रवचन में कहा कि यह मानव जीवन 84 लाख योनियों से भटकते हुए मिला है। इसे सार्थक करते हुए धर्म आराधना एवं भगवान महावीर के बताए मार्ग पर चलकर आने वाले भव को सुधारना चाहिए। धर्मसभा का संचालन राजेश पगारिया ने किया। पैदल संघ का संपूर्ण लाभ मांगीलाल विजयकुमार अशोक कपिल कांति सकलेचा परिवार ने लिया। लाभार्थी परिवार का बहुमान श्रीसंघ अध्यक्ष सुरेश पगारिया, प्रकाश गादिया, अतुल चत्तर, चातुर्मास समिति अध्यक्ष विजय गादिया, राजमल चत्तर, अंशुल गिरिया, परिषद अध्यक्ष आशीष पिपाड़ा, आनंद चत्तर, महिला परिषद से सुशीला सकलेचा, लक्ष्मी आचलिया, बहु परिषद अध्यक्ष मंगला डागी, रेखा चत्तर, तरूण परिषद अध्यक्ष यश सकलेचा, ऋषभ चत्तर ने किया।