सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए लोग सोमवार का व्रत और पूजन करते हैं। पूजा के दौरान भोलेनाथ की प्रिय चीजें जैसे कि बेलपत्र, भांग, गंगाजल, दूध, चंदन, भस्म आदि भगवन शिव को अर्पित करते हैं। हालांकि सावन में भगवान शिव की पूजा के दौरान महिलायें जाने-अनजाने कुछ गलतियां कर बैठती हैं। जिसकी वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में आइये जानें सावन सोमवार व्रत पूजा या सावन में भगवान शिवजी की पूजा के दौरान होने वाली गलतियां:
तामसिक भोजन या मदिरापान से दुरी
सावन में खाने की चीजों को लेकर सतर्कता बरतनी चाहिए। इस महीने तामसिक भोजन या मदिरापान के सेवन से परहेज किया जाता है। इस महीने सात्विक भोजना करना चाहिए जिसमें लहसुन-प्याज का इस्तेमाल भी नहीं होना चाहिए।
तेल न लगाएं
सावन मास में गलती से भी शरीर पर तेल न लगाएं। सावन में तेल का दान किया जाता है। इसलिए इसे शरीर में लगाना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से भगवान शिव नाराज हो जाते हैं।
बैंगन न खाएं
श्रावण मास में बैंगन खाने से परहेज करना चाहिए। बैंगन को एक अशुद्ध सब्जी माना जाता है. यही कारण है कि लोग द्वादशी और चतुर्दशी के दिन भी बैंगन खाने से बचते हैं।
देरी से स्नान न करें
सावन महीने में किसी भी दिन ना तो स्नान किए बिना रहें और ना ही देरी से स्नान करें। सावन महीने में सुबह जल्दी स्नान करके साफ कपड़े पहनें और रोजाना शिव जी को जल और बेल पत्र चढ़ाएं।
विलासिताओं से दूर रहें
सावन महीने में भक्तों को पूरा ध्यान शिव साधना में लगाना चाहिए. इस महीने विलासिता से दूर रहें, जमीन पर सोएं और ज्यादा से समय शिव जी की साधना-तपस्या करें।
हल्दी ना लगाएं
शिवलिंग पुरुष तत्व से संबंधित है, इसलिए कभी भी शिव या शिवलिंग को हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए। आप सावन में शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, गंगाजल. दूध, चंदन, भस्म आदि अर्पित कर सकते हैं।
काले वस्त्र ना पहनें-
सावन के महीने में यदि आप सोमवार का व्रत रख रहे हैं तो भूलकर भी काले रंग के कपड़े ना पहनें। काला रंग नकारात्मकता का प्रतीक होता है।
दूध का त्याग करें
सावन में दूध का त्याग करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि पूरे माह शिवलिंग पर दूध अर्पित किया जाता है।
दूसरों की आलोचना करने से बचें
सावन मास में सोमवार व्रत के दौरान इंद्रियों पर भी नियंत्रण रखना आवश्यक होता है। इसके साथ ही सावन में दूसरों की आलोचना, बुराई और चुगली करने से बचें।