सावन का महीना हिंदुओं का सबसे पवित्र माना जाता है। इस बार यह पावन महीना 4 जुलाई से शुरु हो रहा है। इस दौरान देवों के देव महादेव की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व होता है। यही कारण है कि भगवान भोलेनाथ के भक्त उनकी पूरी विधि-विधान से पूजा करते हैं। अगर आप इस वर्ष पहली बार सावन का व्रत और पूजन करने की शुरुआत कर रहें है तो ये पोस्ट जरूर पढ़ें। हम आपको बताएंगे की महादेव को प्रसन्न करने के लिए व्रत और पूजन किस प्रकार होता हैं।
जीवन की सभी कष्टों से मुक्ति पाने और भोले बाबा को शीघ्र प्रसन्न करने के लिए कुछ खास मंत्र ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं। तो आइए जानते हैं उन सावन सोमवार व्रत में किन मंत्रों का जाप करना फलदायी माना गया है
शिव पंचाक्षार मंत्र
भगवान शिव से संसार के कल्याण के लिए स्वयं पंचाक्षर मंत्र की रचना की जो है- ऊं नम: शिवाय ।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
शिव गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।
शिव जी का शक्तिशाली मंत्र:
नमो स्तवन अनंताय सहस्त्र मूर्तये, सहस्त्रपादाक्षि शिरोरु बाहवे. सहस्त्र नाम्ने पुरुषाय शाश्वते, सहस्त्रकोटि युग धारिणे नम:
शिवजी को प्रसन्न करने का मंत्र
नमः शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च.. ईशान: सर्वविद्यानामीश्वर: सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिमहिर्बम्हनोधपतिरबम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।
अन्य चमत्कारी मंत्र
ॐ अघोराय नम:
ॐ पशुपतये नम:
ॐ शर्वाय नम:
ॐ विरूपाक्षाय नम:
ॐ विश्वरूपिणे नम:
ॐ त्र्यम्बकाय नम:
ॐ कपर्दिने नम:
ॐ भैरवाय नम:
ॐ शूलपाणये नम:
ॐ ईशानाय नम:
ॐ महेश्वराय नम: