देवी मंदिरों में विद्युत सज्जा सहित अन्य तैयारियां जारी
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 3अक्टूबर से होगी। नवरात्रि के 9 दिनों के दौरान अलग-अलग योग भी बनेंगे। पंडितों के मुताबिक हस्त नक्षत्र और इंद्र योग में बुध प्रधान कन्या राशि के चंद्र एवं सूर्य में नवरात्रि महापर्व की शुरुआत हो रही है। इस दिन घरों के साथ पांडालों में शुभ मुहूर्त में मां विराजित होगी जिसके साथ उत्सव का उल्लास छा जाएगा।
इन दिनों दैवीय मंदिरों में नवरात्रि की तैयारियों जोरों से जारी है। रंगाई-पुताई के अलावा मंदिर पर विशेष विद्युत सज्जा भी की जा रही है। चामुंडा माता चौराहे पर शिखर पर लाइटिंग का जा रही है, वहीं सावन भादवा मंदिर में लाइटिंग का काफी कुछ काम पूरा हो चुका है। इसी तरह त्रिवेणी संग्रहालय की ओर जाने वाले मार्ग पर भी लाइटिंग कर दी गई है।
देवी मंदिरों में होंगे दुर्गा सप्तशती के पाठ
नवरात्रि में मां की प्रसन्नता के लिए सभी देवी मंदिरों में दुर्गा सप्तशती के पाठ के साथ महायज्ञ किए जाएंगे। ५२ शक्तिपीठों में से एक मां हरसिद्धि मंदिर में धार्मिक आयोजन के साथ माता की महाआरती के साथ प्रतिदिन दीपमालिकाएं प्रज्वलित की जाएंगी। इसके अलावा अन्य प्रमुख मंदिर गढक़ालिका, चामुंडा माता, चौबीस खंभा माता, भूखी माता आदि में भी यज्ञ, अनुष्ठान एवं अन्य धार्मिक आयोजन होंगे। प्रतिदिन मंदिरों में मां का विशेष शृंगार भी किया जाएगा।
दशहरे पर नए शहर आएंगे बाबा महाकाल
विजयादशमी पर 12 अक्टूबर को भगवान महाकाल की सवारी नए शहर में आएगी जो विभिन्न मार्गों से होकर दशहरा मैदान पहुंचेगी जहां कलेक्टर द्वारा पूजन किया जाएगा। साल में एक ही दिन दशहरे पर बाबा महाकाल नए शहर में आते हैं। भक्त भी बाबा के दर्शन के लिए फ्रीगंज को विशेष तौर पर सजाते हैं। जगह-जगह स्वागत मंच बनाए जाते हैं।