अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक ने नई व्यवस्था लागू की है। महाकाल लोक के आसपास की दुकानें अब 9.30 बजे बंद करना होंगी। दुकानें बंद नहीं होती
हैं तो मंदिर समिति द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि वर्तमान में महाकाल लोक के आसपास की दुकानें रात 11 बजे बाद तक खुली रहती हैं। मंदिर समिति के नियमानुसार दर्शनार्थियों का सुबह 6 बजे आगमन होता है। रात 9.30 बजे से महाकाल लोक खाली कराने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। अमूमन देखा गया है कि सुरक्षाकर्मियों और दुकानदारों के बीच बंद कराने को लेकर विवाद होते हैं। सुरक्षाकर्मी नियमों का हवाला देते हैं, लेकिन दुकानदार नहीं मानते। इस स्थिति के स्थायी समाधान के लिए प्रशासक गणेश धाकड़ ने आदेश जारी कर दिए हैं।
महाकाल के सामने देर रात तक खुली रहती हैं दुकानें
महाकाल मंदिर के सामने रात बारह बजे बाद भी दुकानें खुली रहती हैं। पराठे वाले अपना ठेला लगा लेते हैं। अन्य खानपान की दुकानें भी बेखौफ खुली रहती हैं। इतना ही नहीं दुकानदारों ने सडक़ पर अतिक्रमण कर लिया है। जितनी बड़ी दुकान है उससे ज्यादा तो वे बाहर आ गए हैं। दूध के कढ़ाव लगे रहते हैं। यहीं पर दर्शनार्थी दूध का आनंद लेते हैं। इसके अलावा और भी दुकानदार हैं जो नगर निगम की जमीन पर इस तरह जमे हुए हैं मानों वह जगह किराए पर ले ली हो।
इस संबंध में सहायक प्रशासक जूनवाल का कहना है कि यह पूरा इलाका नगर निगम की जद में आता है। कार्रवाई नगर निगम की गैंग करेगी। हकीकत यह है कि कार्रवाई आज तक नहीं हुई। लोगों का कहना है कि कार्रवाई क्यों नहीं हुई, यह दुकानदार और गैंग का मामला है।