गोवर्धन सागर के बीच पर्वत उठाए दिखेंगे श्रीकृष्ण

आठ करोड़ रुपए की योजना पीएचई ने भोपाल भेजी, स्वीकृति का इंतजार
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन शहर के प्राचीन सात सागरों में से एक गोवर्धन सागर को 8 करोड़ रुपयों से सुंदर रूप दिया जाएगा। इसके लिए टेंडर मंजूरी के लिए भोपाल भेजा गया है। हरी झंडी मिलने पर इस प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा। सागर के बीच गोवर्धन सागर उठाए भगवान श्रीकृष्ण की बड़ी प्रतिमा भी आकर्षण का केंद्र होगी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा शहर के मध्य स्थित गोवर्धन सागर को तालाब घोषित किया जा चुका है। सर्वे नंबर 1281 की इस जमीन को सरकारी माना गया है। इस आदेश के बाद सागर के सौंदर्यीकरण की योजना तैयार की गई है। सरकार ने इसके लिए 12 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं, लेकिन पीएचई ने 8 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर टेंडर जारी किया था। टेंडर खुल चुका है और इसकी स्वीकृति अभी बाकी है।
चारों तरफ पाथ वे, बीच में पुल
गोवर्धन सागर शहर और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। चारों तरफ पाथ वे और बीच में पुल होगा। स्टील की रेलिंग होगी और लाइटिंग से इसे सुंदर रूप दिया जाएगा। तालाब के बीच में करीब 15 फीट ऊंची भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा होगी, जो एक अंगुली पर पर्वत उठाए मुद्रा में होगी और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी।
राशि की कमी नहीं आएगी
सप्त सागरों में से एक गोवर्धन सागर महत्वपूर्ण है। इसके सौंदर्यीकरण के लिए 8 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार कर टेंडर स्वीकृति के लिए भोपाल में स्वीकृति के लिए भेजा गया है। प्रदेश सरकार इसके लिए राशि की कोई कमी नहीं आने देगी।
प्रकाश शर्मा, प्रभारी जलकार्य समिति, नगर निगम