विक्रमादित्य शोधपीठ उज्जैन के निदेशक श्रीराम तिवारी को मिली बड़ी जिम्मेदारी

नए साल से पहले नया कदम… सीएम के लिए बनाया संस्कृति सलाहकार
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अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। डॉ. मोहन यादव सरकार ने कम समय में नवाचार के रूप में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इसी कड़ी में नए साल से पहले नया कदम उठाया गया है।
विक्रमादित्य शोधपीठ उज्जैन के निदेशक श्रीराम तिवारी को मुख्यमंत्री का संस्कृति सलाहकार नियुक्त किया है। प्रदेश सरकार संस्कृति के क्षेत्र में नए काम करने की तैयारी कर रही। इसी कड़ी में तिवारी को शासन ने संस्कृति सलाहकार बनाया है। सामान्य प्रशासन विभाग में कार्मिक सचिव एम सेल्वेंद्रन ने आदेश जारी कर तिवारी को न्यासी सचिव वीर भारत न्यास तथा निदेशक विक्रमादित्य शोधपीठ के साथ मुख्यमंत्री के संस्कृति सलाहकार का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
संस्कृति के क्षेत्र में नए काम की तैयारी
मध्यप्रदेश सरकार ने इस नियुक्ति के साथ प्रदेश में संस्कृति के क्षेत्र में नए काम करने की तैयारी का संकेत भी दे दिया है। उज्जैन को सांस्कृतिक राजधानी माना जाता है और यह मुख्यमंत्री डॉ. यादव का गृहनगर भी है। 2028 में सिंहस्थ का महत्वपूर्ण आयोजन होना है। प्रदेश में सरकार सांस्कृतिक विकास की भी तैयारी कर रही।
मोहन सरकार के नवाचार
उज्जैन में मुख्यमंत्री द्वारा रात्रि विश्राम न करने का मिथक तोड़ा।
राज्य के 55 जिलों में पुलिस बैंड की शुरुआत की।
भगवान महाकाल की सवारी में 350 पुलिस जवानों के साथ बैंड की शुरुआत।
ग्वालियर की तर्ज पर उज्जैन में व्यापार मेले का आयोजन।
विक्रमोत्सव का पूरे प्रदेश में आयोजन।
तानसेन संगीत समारोह में वायलिन, हारमोनियम, बांसुरी, तबला, सितार आदि पर एक साथ प्रस्तुति का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड।