सिंहस्थ…15 को सीएस लेंगे क्लास

एक कदम और आगे बढ़ा… शिप्रा नदी पर 42 करोड़ रुपए से बनेंगे तीन फोरलेन ब्रिज

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पीडब्ल्यूडी का एसओआर बदलने से पहले लगे टेंडर

मई में खुलेंगे टेंडर बारिश बाद काम शुरू होने के आसार

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। सिंहस्थ 2028 से पहले शिप्रा नदी पर तीन फोरलेन ब्रिज बनने की राह साफ हुई है। 42 करोड़ रुपए के टेंडर लोक निर्माण विभाग सेतु ने लगा दिए हैं, लेकिन ये मई में खुलेंगे और एजेंसी तय होने में वक्त लगने से बारिश बाद ही काम शुरू हो सकेंगे। सिंहस्थ तैयारियों को लेकर चिंतित प्रदेश के मुख्य सचिव (सीएस) अनुराग जैन 15 अप्रैल को फिर भोपाल में बैठक लेंगे।

ब्रिज पर एक क्लिक

1. 12.53 करोड़ रुपए का टेंडर कर्कराज मंदिर की पार्किंग से भूखीमाता मंदिर तक के लिए लगा। इसमें एप्रोच रोड और लाइटिंग का काम शामिल।

2. एक ज्वाइंट टेंडर दो ब्रिज के लिए। एक ब्रिज इंदौर रोड पर त्रिवेणी हिल्स कॉलोनी से सिकंदरी गांव तक और दूसरा गऊघाट से सावराखेड़ी तक बनेगा।

एजेंसी बदलने से परिस्थिति बदली
तीन ब्रिज में कर्कराज मंदिर की पार्किंग से भूखीमाता मंदिर तक का ब्रिज भी शामिल है। लोक निर्माण विभाग द्वारा नया एसओआर (शेड्यूल ऑफ रेट) लागू करने से पहले विभाग ने ताबड़तोड़ तीन ब्रिज के टेंडर लगा दिए हैं। इनमें से दो ब्रिज पहले नगर निगम द्वारा बनाए जा रहे थे लेकिन अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा की बैठक में तय किया गया था कि लोक निर्माण विभाग इनको बनाए। इसके बाद से लोक निर्माण विभाग सेतु द्वारा नए सिरे से सर्वे कर डीपीआर तैयार की गई और शनिवार को टेंडर जारी किए गए। एक ब्रिज इंदौर रोड पर शिप्रा नदी पर बनेगा और दूसरा गऊघाट के सामने से सिंहस्थ बायपास रोड को जोड़ेगा।
सिंहस्थ से पहले बनाना बड़ी चुनौती

सिंहस्थ से पहले शिप्रा नदी पर ब्रिज की योजनाएं तो मंजूर हो गई। सीएस जैन ने भोपाल में अफसरों की बैठक बुलाई है। इसमें महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया ब्रिज को बनाना बड़ी चुनौती होगी। तीनों ब्रिज के टेंडर डालने की आखिरी तारीख 2 मई तय की गई है और इनके खुलने के बाद से मंजूर होने की प्रक्रिया में डेढ़ से दो माह लग सकते हैं। इस कारण बारिश बाद ही किसी भी ठेकेदार कंपनी द्वारा शुरू किया जा सकता है।

ये हैं बड़े काम

फ्रीगंज में फोरलेन ओवरब्रिज के लिए गुजरात की कम्पनी चेतन कंस्ट्रक्शन का टेंडर खुल चुका है, लेकिन अभी मंजूरी और वर्क ऑर्डर की प्रक्रिया बाकी।

अंगारेश्वर से सिद्धवट तक, राणोजी छतरी के सामने से रणजीत हनुमान मंदिर के सामने से गोंदिया तक फोरलेन ब्रिज और एप्रोच रोड तथा पिपलीनाका से भैरवगढ़ के बीच ब्रिज निर्माण के लिए टेंडर हो चुके हैं, लेकिन खुलना बाकी है।

चिंतामन गणेश मंदिर तक फोरलेन रोड और लालपुल ब्रिज का चौड़ीकरण काम भी शुरू नहीं।

हरिफाटक ओवरब्रिज को सिक्स लेन रोड के अनुसार चौड़ा करने की योजना है लेकिन अभी टेंडर ही नहीं लग सका है।

अब यह करना होगा

सिंहस्थ के निर्माण कार्य तेजी से करना सरकार के लिए प्रतिष्ठा के विषय हैं। समय की कमी के कारण अधिकारियों को उज्जैन में समन्वय बैठक आयोजित करना होगी, जिसमें लोक निर्माण विभाग के मंत्री, मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव सहित सभी संबंधित अधिकारी टेंडर लेकर बैठें और एक ही दिन में स्वीकृति के साथ वर्क ऑर्डर जारी किए जाएं। इससे स्थाई निर्माण कार्य तेजी से हो सकेंगे। अन्यथा सरकार के सामने मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।

टेंडर लगा दिए हैं
कर्कराज पार्किंग से भूखीमाता मंदिर, गऊघाट के सामने और इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने शिप्रा नदी पर पुल बनाने के लिए टेंडर लगा दिए हैं। टेंडर खुलने के बाद आगे की प्रक्रिया होगी।
पीएस पंत, कार्यपालन यंत्री, लोनिवि

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