परिवहन नियम पालन में उज्जैन की महिलाएं भी पीछे नहीं
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन प्रदेश में ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) बनाने में उज्जैन की महिलाएं पांचवे स्थान पर हैं। परिवहन विभाग के अनुसार 1 अगस्त 2021 से 31 मार्च 2023 तक उज्जैन में 3 हजार 817 महिलाओं ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए हैं।
लर्निंग लाइसेंस सारथी पोर्टल के माध्यम से घर बैठे बन रहे हैं, इसके लिए महिला व पुरुषों को आरटीओ कार्यालय के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। इस योजना के बाद ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाली महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। परिवहन विभाग के अनुसार 1 अगस्त 2021 से 31 मार्च 2023 तक 20 माह के दौरान पूरे प्रदेश में कुल 7,77,573 ड्राइविंग लाइसेंस बने हैं। इसमें इंदौर में 19 हजार 861, भोपाल में 15 हजार 603, उज्जैन में 3 हजार 817 महिलाओं ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए हैं।
लाइसेंस प्रकिया ऑनलाइन और सरल होने के साथ नियम पालन की जागरूकता से महिलाओं में लाइसेंस बनाने के लिए रूचि बढ रहीं है।
संतोष मालवीय,आरटीओ उज्जैन।
जिलों में बने महिलाओं के लाइसेसों की संख्या
- इंदौर: 19861
- भोपाल : 15603
- जबलपुर: 8026
- उज्जैन: 3817
- छिंदवाड़ा : 3680
- देवास : 2962
- रीवा : 2915
कामकाजी और उच्च शिक्षित महिलाएं अधिक
परिवाहन विभाग के अनुसार 18 से 30 वर्ष की उम्र की 70 फीसदी महिलाएं ड्राइविंग लाइसेंस सबसे ज्यादा बनवा रही हैं। ऐसी महिलाओं में कॉलेज छात्राएं, जॉब करने वाली व घर में रहने वाली ऐसी महिलाएं जिनके पर बच्चों को लेने व छोडऩे की जिम्मेदारी है।
20 माह के आंकड़ों में नजर डालें तो प्रदेश में सबसे अधिक ड्राइविंग लाइसेंस इंदौर की महिलाओं ने बनवाए हैं। इसके बाद भोपाल, जबलपुर व ग्वालियर हैं। 18 से 30 वर्ष की महिलाएं सबसे अधिक ड्राइविंग लाइसेंस बनवा रही हैं। 20 माह में प्रदेश में 674431 पुरुषों ने तो 102993 महिलाओं ने तो 32 लाइसेंस ट्रांसजेंडर के बनें हैं।