उज्जैन। नगर निगम परिसर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत १० करोड़ रुपए की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्वीमिंग पूल के कुछ हिस्से की अभी से बदहाली नजर आने लगी है। प्रोजेक्टर में स्मार्ट सिटी ने तीन-तीन अलग स्तर के पूल का निर्माण किया था। इसमें मेन पूल 25320 मीटर लंबा और 4 से 5 मीटर गहरा बनाया गया था। इसके साथ ही लेजर (बेबी) पूल 25320 मीटर लंबा और 1.1 मीटर गहरा, तीसरा वार्मअप पूल 25313 मीटर लंबा और 1.1 मीटर गहरा बनाया गया था।
निर्माण के बाद इसे संचालन संधारण के लिए नगर निगम को सौंप दिया था, लेकिन कई कारणों से इसका संचालन निरंतर नहीं हुआ है। हाल ही में नगर निगम ने मेन स्वीमिंग तो प्रारंभ कर दिया गया है, लेकिन बेबी और वार्मअप पूल शुरू ही नहीं हुआ है। स्थिति यह है कि दोनों ही पूल पूरी तरह सूखे हुए हैं। इतना ही नहीं पूल के आसपास का फर्श धसने लगा है, वहीं पूल के टैंक में दरारें नजर आ रही है। जानकारों को कहना है कि अब यदि इसे पानी भरकर प्रारंभ करने की कोशिश की गई तो लीकेज की समस्या सामने आ सकती है। वार्मअप पूल की स्थिति में निर्माण कार्य के गुणवत्ता की पोल को भी खोल दिया है।