उज्जैन में पदस्थ रहे तबला नवाज ने ख्यात कलाकारों को दिया झांसा

वर्षों पूर्व उज्जैन से चला गया था भोपाल

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

पुरस्कार के लिए ग्वालियर बुलाया और खुद गायब हो गया

कलाकारों ने तानसेन समारोह के लिए अपने दूसरे कार्यक्रम छोड़ दिए

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। माधव संगीत महाविद्यालय उज्जैन में सहायक तबलावादक (संगतकार) के पद पर रहे एक शख्स ने देश के कई ख्यातनाम कलाकारों को तानसेन समारोह में पुरस्कार देने का झांसा दे दिया। उसके चक्कर में चोटी के कलाकारों ने अपनी अन्य प्रस्तुतियों को निरस्त कर दिया। ऐन वक्त पर पुरस्कार कार्यक्रम निरस्त होने की सूचना देकर तबलावादक गायब हो गया। उसने मोबाइल फोन बंद कर लिया है। परेशान कलाकारों ने संस्कृति विभाग के आला अफसरों से शिकायत की तो उन्होंने आमंत्रण के संबंध में अनभिज्ञता जाहिर की है।

मध्यप्रदेश के संगीत जगत को बदनाम करने वाला यह शख्स है संजय मिश्रा। मूल रूप से विदिशा के रहने वाले मिश्रा के बारे में बताया जाता है कि दिवंगत पूर्व संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की कृपा से उसे उज्जैन संगीत महाविद्यालय में सहायक शिक्षक तबला वादक के पद पर नियुक्ति मिली थी। उज्जैन में वह सेठीनगर में रहता था। उसकी पत्नी विदिशा केंद्रीय विद्यालय में पदस्थ है। बताया जाता है कि संजय को नेताओं के इर्द-गिर्द रहने की आदत है और इसी का फायदा उठाकर उसने अपनी नियुक्ति भोपाल करवा ली है। यहीं रहते हुए वह संगीत अकादमी और संस्कृति विभाग के अफसरों के संपर्क में आया और गड़बडिय़ां करने लगा। सरकारी सूत्रों का कहना है कि संजय ने जो गड़बड़ी की है उसके पूरे मामले की जांच कराई जाएगी।

ताजा मामला क्या

15 दिसंबर को ग्वालियर में तानसेन समारोह है। प्रदेश के इस ख्याति प्राप्त समारोह का यह शताब्दी वर्ष है। आयोजन के लिए देश के लब्ध प्रतिष्ठित कलाकारों को इसमें बुलाया जाना था। संजय मिश्रा ने बाले-बाले कलाकारों को आमंत्रित कर लिया, इनमें से कुछ कलाकार ऐसे थे, जिन्हें तानसेन सम्मान मिल चुका है। बताया जाता है कि ऐसे ही 11 शीर्ष कलाकारों को समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था। चूंकि तानसेन समारोह बड़ा आयोजन है, इसलिए कलाकारों ने अपने दूसरे कार्यक्रम निरस्त कर दिए और स्वीकृति दे दी।

मजेदार बात यह है कि 12 दिसंबर को इन कलाकारों को सूचना दी गई कि कार्यक्रम निरस्त हो गया है। इस बीच कुछ कलाकार ग्वालियर पहुंच गए। जब कलाकारों ने इस संबंध में संस्कृति संचालनालय को सूचित किया तो वहां से आमंत्रण के संबंध में ही अनभिज्ञता जताई गई। कहा गया कि उनकी ओर से कलाकारों से कोई संवाद नहीं किया गया है। गायक पं. विद्याधर व्यास और संतूर वादक पं. सतीश व्यास ने बताया कि संस्कृति विभाग की ओर से संजय मिश्रा ने बात की थी। उन्होंने एलके पंडित, डालचंद शर्मा जैसे कलाकारों को भी आमंत्रित करने की जानकारी दी थी।

हम लोगों ने इसके चलते कार्यक्रम में आने की सहमति दे दी थी। तानसेन समारोह के लिए हमने अपने दूसरे कार्यक्रम स्थगित कर दिए थे। अब कार्यक्रम नहीं होने का हवाला दिया जा रहा है। इस संबंध में अक्षरविश्व ने संजय मिश्रा से मोबाइल नंबर 98263-38354 और 93400-04654 पर संपर्क के प्रयास किए। लेकिन कॉल करने पर दोनों नंबर पर कोई रिस्पांस नहीं मिला। उनका पक्ष जब भी मिलेगा, आपको बताया जाएगा।

Related Articles

close