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रात दो बजे कडक़ड़ाती ठंड में चामला नदी से निकाली युवक-युवती की लाश

प्रशासन ने हाथ खड़े किए, लेकिन स्थानीय युवकों ने हार नहीं मानी, 12 डिग्री तापमान में भी लगाते रहे नदी में गोता

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उज्जैन। रविवार को बडऩगर के पास चामला नदी के ब्रिज से कूदे युवक-युवती के शव स्थानीय युवकों ने रात दो बजे बाहर निकाल लिए। पहले युवती का शव निकला। आधे घंटे बाद युवक का शव भी मिल गया। रात में ही उन्हें बडऩगर अस्पताल भेजा गया।

घटना शाम करीब ७ बजे की थी। यहां चामला नदी के पुल पर करीब आधे घंटे तक बात कर रहे एक युवक-युवती अचानक नदी में कूद गए थे। उनकी बाइक और चप्पल आदि सामान पुल पर ही पड़ा था। घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत पुलिस को खबर दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय नगर पालिका और स्थानीय युवकों की मदद से रेस्क्यू अभियान शुरू किया।

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अंधेरे की वजह से प्रशासन ने अभियान रोक दिया था, लेकिन स्थानीय युवक नदी में गोते लगाते रहें और रात डेढ़ व दो बजे के बीच दोनों शव बाहर निकाल लिए। इसी बीच बाइक के आधार पर पता चला कि नदी में कूदने वाला युवक २१ वर्षीय वारिस उर्फ फरदीन पिता इस्लामुद्दीन निवासी बिरगोदा नाथू है। उसने छलांग लगाने से पहले चाचा को फोन पर कहा था कि वो नदी में कूद रहा है। बाइक-फोन पुल पर ही रखे हैं। परिजन तत्काल मौके पर पहुंचे और उसकी शिनाख्त की।

कुरकुरे के लिए 10 रुपए लेकर गया था वारिस, बड़े भाई साहिल व पिता इस्लामुद्दीन के साथ खेती-किसानी में हाथ बंटाता था। छोटी बहन की शादी हो चुकी है। रविवार शाम करीब 5  बजे वो पिता से कुरकुरे खाने के लिए 10 रुपए लेकर निकला था। उसके बाद शाम करीब 7 बजे चाचा के पास फोन आया था। परिजनों को शंका है कि इसी दौरान वो युवती काली के संपर्क में आया और काफी देर तक बातें करने के बाद दोनों ने नदी में कूदने का निर्णय लिया होगा।

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युवती पेटलावद की, प्रेम प्रसंग का मामला

युवती की पहचान पेटलावद की काली के रूप में हुई है। उसके माता-पिता नहीं हंै। पेटलावद में वह मामा के साथ रहती है। पिछले साल वो फसल कटाई के वक्त बडऩगर व आसपास के गांवों में आई थी। उसी दौरान वारिस से उसकी मुलाकात हुई और मामला आगे बढ़ गया। इस बात की जानकारी जब वारिस के परिजनों को लगी तो दोनों को कुछ दिनों पहले ही उन्होंने समझाया भी था। इसी बीच रविवार को यह घटना घट गई।

परिजनों को सूचना दे दी

बडऩगर थाना प्रभारी अशोक कुमार पाटीदार ने बताया कि दोनों शवों का पोस्टमार्टम बडऩगर अस्पताल मे ही कराया जा रहा है। युवक के परिजन मौके पर मौजूद हैं। काली के परिजनों को सूचना भेजी है। उसके माता-पिता नहीं है। मामा को घटना की सूचना भेजी है। फिलहाल मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है।

स्थानीय युवक बने हीरो…. टार्च की रोशनी में खोज निकाली लाशें

रात करीब 9 बजे अंधेरा और संसाधन की कमी के कारण प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान बंद कर दिया। नगर निगम के फाइटर-जनरेटर भी चले गए। लेकिन स्थानीय युवक कपिल मोरवाल (पूर्व विधायक मुरली मोरवाल के भतीजे) की टीम के करीब दो दर्जन युवकों ने हार नहीं मानी। तेज कडक़ड़ाती ठंड में युवक निजी संसाधन (रस्सी, कांटा और टार्च) की मदद से नदी में गोते लगाते रहें। रात करीब डेढ़ बजे सबसे पहले युवती की लाश मिली। इसके आधे घंटे बाद युवक की लाश भी इन्होंने निकालकर पुलिस सौंप दी। युवाओं की टीम के काम की सभी ने सराहना की है।

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