सीएम की मेहनत पर पानी फेर रहा है बिजली विभाग दो वीआईपी की मौजूदगी के बावजूद शहर में लगे कट

शिकायत केंद्र पर फोन लगाएं कोई उठाने वाला ही नहीं

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जो नंबर दिए गए हैं उनमें से अधिकांश बंद

अधिकारियों से बात करें तो कहते हैं नहीं लगे कट

वरिष्ठ अधिकारी भरोसा दिलाकर खामोश हो जाते हैं

अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। बिजली विभाग के अधिकारियों में इस बात का कतई खौफ नहीं है कि सीएम डॉ. मोहन यादव शहर में हैं और हम अलर्ट रहें। यदि ऐसा होता तो बिजली के इतने कट नहीं लगते। सीएम कल यहां सुबह से कार्यक्रमों में शामिल होने लगे थे। देर शाम तक वे शहर में रहे। सभी विभागों के अधिकारी मुस्तैद थे। कर्मचारी भी अपने ड्यूटी निभा रहे थे, लेकिन लापरवाही के पर्याय बिजली निगम के अधिकारियों ने इस बात पर कतई ध्यान नहीं दिया कि आखिर कट क्यों लग रहे हैं। कई लोगों ने शिकायतें भी कीं। इसके बावजूद विभाग के अफसरों ने कहा कि हमें कोई शिकायत नहीं मिली।

कोई कट नहीं लगे। यानी जिन लोगों ने दिन की गर्मी में दिन बिताया वे झूठे हैं और ये अधिकारी सच्चे हैं। बिजली विभाग ने शहर को दो भागों में विभाजित किया है। एक ईस्ट और दूसरा वेस्ट जोन। दोनों के कार्यपालन यंत्री अलग हैंं। इसके अलावा करीब आधा दर्जन दफ्तरों को शिकायत केंद्र बनाया गया है। यहां आउट सोर्स कर्मचारी तैनात किए गए हैं। शिकायतें दर्ज करना और संबंधित अधिकारियों तक उपभोक्ताओं की शिकायत पहुंचाना इन्हीं कर्मचारियों का दायित्व होता है। इसके लिए विभाग ने नंबर भी जारी किए हैं। आलम यह है कि यहां के नंबर लगते ही नहीं हैं। यदि लग जाएं तो उठते नहीं हैं। रविवार को ऐसा ही हुआ। लोगों को शिकात दर्ज कराने के लिए बड़ी मशक्कत करना पड़ी। बड़ी मुश्किल से नंबर लगे और संबंधितों को शिकायत दर्ज कराई गई।

दिनभर परेशान रहेेेे, कट लगते रहे

बिजली वितरण निगम के अधिकारियों की पोल खोली है उन लोगों ने, जिन्होंने बिजली कट का सामना किया है। सुदामा नगर में रहने वाले मुरारी शर्मा ने बताया कि दिन भर में कई बार कट लगे। इस वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ा। पानी आने के समय पर कट लगे। इस वजह से नल जल्दी बंद हो गए। कपड़े घर में ही प्रेस होते हैं, इसलिए उस वक्त भी परेशानी झेलना पड़ी। इसी प्रकार तुलसी नगर निवासी प्रेम सूर्या ने बताया उनके यहां कपड़ों के मशीन बिजली से ही चलती है।

यदि आधा घंटा भी बिजली चली जाए तो एक से लेकर डेढ़ हजार रुपए तक का नुकसान हो जाता है। कल कई बार कट लगे। शिकायत केंद्र पर सूचना भी दी गई। मनोज गरेवाल ने बताया कि दिन में करीब चार-पांच बार कट लगे। गर्मी में बिजली का जाना बड़ा तकलीफदायक रहता है। बिजली विभाग के अधिकारी बताते भी नहीं कि आखिर कट क्यों लग रहे हैं। सीएम यदि शहर में हैं तो अधिकारियों को सचेत रहना चाहिए। उनकी शहर में मौजूदगी और कट लगना आश्चर्य का विषय है। इसी प्रकार गृहिणी पायल अग्रवाल ने बताया कि कट लगने से भोजन की तैयारी में दिक्कत आती है। मिक्सर नहीं चलते। इसकी वजह से मसाला तैयार नहीं हो पाता। चटनी भी नहीं बन पाती। गर्मी में कट लगने से तो हाल-बेहाल हो जाते हैं।

बार-बार कट लगे, परेशानी झेली

सेठी नगर, देसाई नगर, लक्ष्मी नगर, अलकापुरी और उदयन मार्ग पर रहने वालों ने भी बिजली कट के कारण परेशानियों का सामना किया। गौरव शर्मा ने बताया कि उदयन मार्ग की तो हालत खराब हो गई है। पिछले दिनों अधीक्षण यंत्री को शिकायत की गई थी। बताया गया कि इस मार्ग पर लगातार कट लग रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे संबंधित अधिकारी से बात करेंगे और पता लगाएंगे कि आखिर इतने कट क्यों लग रहे हैं। इस बात को करीब एक महीना हो गया। अभी तक किसी अधिकारी ने समस्या पर ध्यान नहीं दिया। अलकापुरी में रहने वाले राहुल चौहान ने बताया कि इस इलाके में बिजली के हालात ठीक नहीं हैं।

बिजली कब चली जाए और कब तक नहीं आए कोई तय नहीं है। नितिन बिलोने ने कहा कि शिकायत के बावजूद बिजली सप्लाई पर ध्यान नहीं दिया जाता है। जब अधिकारियों से शिकायत की जाती है तो वे आश्वासन देते हैं कि दिखवाते हैं। बिजली के लगातार कट को लेकर कार्यपालन यंत्री जयेंद्र ठाकुर से उनके मोबाइल 8989983722 पर चर्चा करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। वहीं दूसरी ओर ईस्ट के कार्यपालन यंत्री सतीश कुमरावत का कहना कि उनके इलाके में बिजली को लेकर कोई समस्या नहीं रही। बिजली अबाध रूप से जारी रही। वहीं दूसरी ओर उन्हीं के क्षेत्र के लोगों ने उनके दावे को नकारा है।

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