निगमायुक्त ने मामला विशाखा समिति को भेजा
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। नगर निगम के एक कार्यपालन यंत्री फिर सुर्खियों में है। संविदा पर नियुक्त प्रभारी कार्यपालन यंत्री के ऑडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें वह एक महिला सब-इंजीनियर से कार्यालयीन काम से हटकर चर्चा कर कर रहे हैं। अपने मातहतों के माध्यम से उन्हें रात में घर पर आने का दबाव बना रहे हैं। निगमायुक्त ने शिकायत मिलने के बाद मामला विशाखा समिति को भेज दिया है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक नगर निगम के परिवार वाटसएप ग्रुप पर ऑडियो और चैट वायरल होने का सिलसिला तीन दिन पहले शुरू हुआ था। यह ग्रुप ऑफिशियल वर्क के लिए बनाया गया है। इसमें पहला ऑडियो 45 सेकंड, दूसरा 1.24 मिनट और तीसरा 1.13 मिनट का है। नगर निगम के वाट्सएप ग्रुप पर यह ऑडियो पिछले तीन दिन से चल रहे हैं। इसे लेकर अलग-अलग तरह की चर्चा है। बहरहाल ऑडियो के साथ शिकायत मिलने के बाद निगमायुक्त आशीष पाठक ने मामला जांच के लिए नगर निगम की विशाखा समिति को भेज दिया है।
क्या है ऑडियो में
ऑडियो -1 45 सेकंड के इस ऑडियो में कार्यपालन यंत्री कह रहे हैं हां बताओ…..कंर्फटेबल हो, नहीं रहा गया तो मैंने भेज दिया….सब-इंजीनियर कह रही हैं…समझ नहीं आ रहा है आखिर क्या हो रहा है….कार्यपालन यंत्री ओके…..ओके कह रहे हैं, वह कह रहे हैं बात नहीं करना तो गलत बात है…सब-इंजीनियर कह रही हैं कि अभी हम लोग बस में जा रहे हैं…इस पर कार्यपालन यंत्री कह रहे हैं जाओ…..जाओ
ऑडियो -2
1.24 मिनट के दूसरे ऑडियो में सब इंजीनियर से उनके एक कलिग कह रहे हैं कि ….मैडम साइन के लिए साहब आपको घर पर बुला रहे हैं। सब-इंजीनियर कह रही हैं कि इस समय रात 9 बजे घर पर नहीं आ पाऊंगी। अगर कोई आ जाएगा तो मैं साइन कर दूंगी। कलिग से वह कह रही है कि घर पर इस समय तो किसी को नहीं बुलाना चाहिए। इतना अर्जेंट हैं तो ग्रांड होटल पर बोलना चाहिए था। क्या उनको अक्ल नहीं है। उनकी छोटी-छोटी हरकत मैं कब से इग्नोर कर रही हूं, पर अब यह बहुत ज्यादा होता जा रहा है। उनको खुद सोचना चाहिए कि महिला को रात को घर पर बुलाएंगे। उनका एटिट्यूड जस्टिफाई करने लायक नहीं है। पता नहीं क्यों सबको घर पर बुला रहे हैं। सर अगर आप फाइल ले सकते हैं तो ले लीजिए मैं कहीं भी आकर साइन कर दूंगी।
ऑडियो- 3
1.23 मिनट के तीसरे ऑडियो में सब-इंजीनियर के दूसरे कलिग कह रहे हैं कि कार्यपालन यंत्री साहब घर पर बुला रहे हैं। सब इंजीनियर उनसे पूछ रही हैं कि कौन-कौन आ रहा है। उनके साथी कह रहे हैं कि सभी रहेंगे। अरर्जेंट है। कमिश्नर साहब सिंहस्थ मीटिंग के लिए जा रहे हैं। महिला सब इंजीनियर सवाल पूछ रही है कि आखिर उनके घर क्यों जाना है। वह विवशता जता रही है कि घर पर नहीं आ पाऊंगी। उनके साथी भरोसा दिला रहा हैं कि सभी रहेंगे।
नोट: वायरल ऑडियो की पुष्टि अक्षरविश्व नहीं करता।
क्या है विशाखा समिति
महिलाओं का यौन उत्पीडऩ रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 1997में कार्यस्थल पर विशाखा समिति गठित करने के आदेश दिए थे। इस समिति के सामने महिलाएं अपने साथ होने वाले यौन उत्पीडऩ की शिकायतें दर्ज करा सकती हैं। समिति की पीठासीन अधिकारी महिला ही होती है और कई मर्तबा एनजीओ को भी इसमें शामिल किया जाता है। समिति जांच के बाद अपनी रिपोर्ट देती है और इसके बाद ही आगे की कार्रवाई होती है।
सिंहस्थ में रहे सुर्खियों में
प्रभारी कार्यपालन यंत्री हमेशा ही सुर्खियों में रहे हैं। रुद्रसागर गहरीकरण में मिट्टी निकालने से लेकर सिंहस्थ के कई कामों को लेकर उन पर जांच बैठी। हालांकि अपने संपर्कों के कारण कभी उनका बाल भी बांका नहीं हो सका।
मामला विशाखा समिति को भेजा है
संबंधित कार्यपालन यंत्री के खिलाफ शिकायत मिली है। मामले को जांच के लिए विशाखा समिति के पास भेज दिया गया है। वहां से रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
आशीष पाठक, आयुक्त
नगर निगम, उज्जैन