इस माह 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच सकता है पारा
दिन और रात के टेम्परेचर में 20.1 डिग्री का अंतर
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। इन दिनों गर्मी अपना असर दिखाने लगी है। सूरज के तेवर तल्ख हो चले हैं जिससे दोपहर के समय सडक़ों पर आवाजाही भी कम हो गई है। मंगलवार को पहली बार दिन का तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। जिसके चलते शहरवासी पसीना-पसीना हो गए। कई लोग इससे बचने के लिए तरह-तरह के जतन करते नजर आए। वहीं बुधवार को न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
शासकीय जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रकाश गुप्त ने बताया कि दो दिनों से सक्रिय वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही थी। अब पश्चिमी विक्षोभ आगे निकल गया है। एक-दो दिनों में उत्तरी हवा आने पर तापमान में मामूली गिरावट आ सकती है लेकिन यही स्थितियां रहीं तो इस माह तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
सर्द हवा का असर घटा: पिछले दिनों वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते पहाड़ों पर बर्फबारी हुई जिसके बाद उत्तरी हवा आने से रात का तापमान 9 डिग्री तक पहुंच गया, वहीं दिन में भी ठंडक महसूस हुई। अब पारे में बढ़ोत्तरी होने लगी है। बर्फीली हवा का असर घटने से ऐसा हो रहा है। इस कारण रात के तापमान में भी वृद्धि हो रही है।
अप्रैल-मई रहेंगे सबसे ज्यादा गर्म
इस साल अप्रैल और मई में सबसे ज्यादा गर्मी पडऩे का अनुमान जताया है। इन दो महीने के अंदर पारा 45 डिग्री के पार पहुंच सकता है। इस दौरान उज्जैन सहित भोपाल, इंदौर, और नर्मदापुरम संभाग भी गर्म रहेंगे। ऐसे में आने वाले दो महीनों के लिए शहरवासियों को गर्मी से मुकाबले के लिए तैयार रहना होगा।
मार्च में तीनों मौसम का असर
पिछले कुछ सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च महीने में रातें ठंडी और दिन गर्म रहते हैं। कभी-कभी बारिश का ट्रेंड भी है। इस बार भी मौसम ऐसा ही है। आने वाले दिनों में उज्जैन में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है, जबकि रात का तापमान 10 से 18 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। मार्च में उज्जैन में मौसम सबसे ज्यादा बदला हुआ है। यहां 6 मार्च को रात का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है।