वृद्धा की डांट से पड़ोसी ऐसा नाराज हुआ कि कर दी हत्या

घर में अकेली रहती थीं, बेटे ने लगाए थे हत्या के आरोप
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। नागदा की गुलाबबाई कॉलोनी में 68 वर्षीय वृद्धा की मौत का मामला सुलझ गया है। उनकी हत्या पड़ोसी युवक ने इसलिए कर दी कि उन्होंने उसे सिर्फ डांटा था। वृद्धा घर में अकेली रहती थीं। उनका बेटा देवास में नौकरी करता है। 28 मार्च को वह किचन में खून से लथपथ मिली थी। उपचार के दौरान उनकी मौ हो गई थी। बेटे ने मां की हत्या की आशंका जताई थी। पुलिस ने इसे अंधाकत्ल मानते हुए जांच शुरू की थी और आरोपी का पता देने वाले को १० हजार रुपए का इनाम देने का ऐलान किया था।
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यह था मामला- गुलाबबाई कॉलोनी निवासी ज्योति पति सुनील जैन ने 28 मार्च को नागदा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मेरी जेठानी 68 वर्षीय प्रीति पति स्व. ओमप्रकाश जैन नागदा में अकेली रहती थी। 24 मार्च की रात वह खून से लथपथ पड़ी थीं। लोगों की मदद से उन्हें जनसेवा अस्पताल में भर्ती कराया जहां से उन्हें उज्जैन के निजी अस्पताल में रैफर किया गया था। बेटे आशीष को घर किचन के फर्श पर खून के धब्बे और विल्सी के टुकड़े पड़े थे। यह देखकर उसने मां की हत्या की आशंका जताई थी। इस संबंध में नागदा पुलिस ने मामले में धारा 332, 115-2 बीएनएस का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।
आरोपी बोला…चोरी का आरोप लगाया था
पुलिस टीम ने पड़ोसियों पर नजर रखी इस दौरान पड़ोस में रहने वाला यशवर्धन पिता पवन सिंह सोलंकी की गतिविधि संदिग्ध नजर आई। उसे थाने बुलाया तो वह अपने माता पिता के साथ थाने पहुंचा। उससे पुलिस ने अलग-अलग तरीके से पूछताछ की तो वह टूट गया और कहा कि 24 मार्च की शाम 7.30 बजे कान में इयर बर्ड्स लगाकर कसरत कर रहा था तभी एक इयर बडर््स पड़ोसी प्रीति जैन दादी सा की छत पर जा गिरा। उठाने गया तो उन्होंने मुझे देख लिया और कहा कि तुम मेरे घर चोरी करने आए हो। मैं तेरे माता पिता को बताऊंगी जिससे मुझे गुस्सा आया और आक्रोशित होकर छत पर रखी सीमेंट की दो विल्सी से प्रीति जैन के ऊपर सिर में वार किए। हमले में विल्सी के टुकड़े हो गए। उन्हें गंभीर घायल हालत में छोडक़र घर चला गया था।
इनाम घोषित और टीम बनाई
पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने वरिष्ठ महिला नागरिक के साथ मारपीट जैसी घटना और नागदा के जैन समाजजनों द्वारा थाने में दिए गए आवेदन, बेटे द्वारा लगाए गए आरोप को गंभीरता से लेते हुए टीम का गठन किया। फॉरेंसिक टीम से मौका मुआयना कराया। इधर 30 मार्च को घायल प्रीति जैन की प्राइवेट अस्पताल में मृत्यु हो गई। पुलिस ने मामले में धारा 103-1 बीएनएस बढ़ाई और आरोपी की तलाश शुरू की।
पूरे समय परिजन के साथ
हत्याकांड में खास बात यह रही कि घायल प्रीति जैन को परिजन अस्पताल लेकर गए तो यशवर्धन पूरे समय उनके साथ रहा। लेकिन वह घबराया हुआ था। पुलिस टीम शुरूआत से ही उसकी गतिविधि पर नजर रख रही थी वहीं दूसरी ओर प्रीति जैन के परिजन को पड़ोसी युवक पर शक तक नहीं हुआ।