पुलिस ने पूछताछ के बाद 21 कार बरामद की
उज्जैन। एक व्यक्ति ने लोगों से मासिक किराए पर कारें लेकर अपनी कंपनी में अटैच कराई। एक दो माह किराया देने के बाद कारों को दूसरे शहरों में गिरवी रख दिया और किराया भी नहीं दिया। नानाखेड़ा थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर अब तक 21 कारें जब्त की जा चुकी हैं।
पुलिस के अनुसार जगदीश परमार निवासी ढाबला चौराहा कालिदास मार्ग ने एक कंपनी बनाकर कार मालिकों को मासिक किराए पर कारें अटैच करने का झांसा दिया। 30 से अधिक लोगों ने कारें एग्रीमेंट के आधार पर अटैच कराई। जगदीश ने उन्हें 25 से 30 हजार रुपए प्रतिमाह किराया देने का भरोसा दिया था। एक-दो माह किराया देने के बाद उसने किराया नहीं दिया। शंका होने पर कार मालिकों ने उसकी तलाश शुरू की।
उसके घर पर ताला लगा था। रविवार को उक्त लोगों ने नानाखेड़ा थाने पहुंचकर जगदीश परमार के खिलाफ अमानत में खयानत का केस दर्ज कराया। पुलिस ने जांच शुरू की जिसमें पता चला कि उसने अटैच कारों को देवास, शाजापुर, आगर सहित अन्य शहरों में गिरवी रख दिया है और कारों में लगे जीपीएस सिस्टम भी बंद कर दिए थे।
पुलिस ने जगदीश की तलाश शुरू की वहीं पुलिस अधीक्षक ने उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए के ईनाम की घोषणा भी की थी। पुलिस को जानकारी मिली कि जगदीश इंदौर में फरारी काट रहा है। उसे घेराबंदी कर हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर 21 कारें जब्त की हैं।