5 से 500 तक के स्टांप की किल्लत, रजिस्ट्री कराने वाले ब्लैक में खरीदने को हैं मजबूर

उज्जैन ने 1/80 और 2/80 की कॉपिंग कोर्ट फीस के 40 हनार शीट और 65 हजार कोर्ट फीस स्टॉप की मांग की

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। प्रदेश में स्टांप की भारी मांग ने पंजीयन विभाग की नींद उड़ा दी है। कोर्ट पपैस और नॉन-ज्यूडीशियल स्टॉप की इतनी कमी हो गई है कि भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, इंदौर और रीचा जैसे बड़े शहरों से लगातार मांग के पत्र भेने जा रहे हैं। हालत यह है कि अदालतों में जमानत, नोटिस, शपथ पत्र और सामान्य दस्तावेजों के लिए जरूरी स्टांप भी नहीं मिल पा रहे। इसे देखते हुए वित्त आयुक्त भरकर लक्ष्न्कार ने आईनी पंजीयन अमित तोमर को पत्र लिखा है।

इस पत्र में मांग संख्या और सप्लाई स्टॉप टिकट की जानकारी दी गई है। वहीं बताया गया है कि स्टांप की मांग के हिसाब से सप्लाई नहीं होने के मरण परेस्स्थानी हो रही है। हालांकि स्टांप को प्रिंटिंग नासिक और अन्य शहरों में होती है। वहां से सप्लाई आने में भी देरी होने के कारण यह स्थिति बनी है। आईजी पंजीयन ने ऑनलाइन सिस्टम लागू करने की तैयारी में ऑफलाइन स्टॉप प्रिंटिंग के ऑर्डर कम दिए हैं। अब स्थिति यह है कि ट्रेजरी में स्टॉक खत्म है, लोग ब्लैक में स्टांप खरीदने को मजबूर हैं।

भोपाल ट्रेजरी ने 16 दिसंबर 2024 को 10, 50 और 100 रुपए के कुल 65 हजार नॉन-फ्यूडीशिफल स्टांप की मांग की। जबलपुर ने 11 दिसंबर को जो मांग भेजी, वह और भी चौंकाने वाली है-10 और 20 रुपए के 5-5 लामा टिकट, 500-500 रुपए के कोर्ट फीस स्टॉप, और 2-10-200 रुपए की कोर्ट फीस की लाखों सीट। इंदौर ने 12 दिसंबर को जो डिमांड भेजी, उसने तो सभी को चौंका दिया।
100 रुपए के 50 लाख और 50 रुपए के 15 लाख स्टांप टिकट एक साथ मगि गए। यानी एक छोटे जिले से 65 लाख टिकटों की एकमुश्त मांग की है। उज्जैन ने 1/80 और 2/80 की कॉपिंग कोर्ट फीस के 40 हनार शीट और 65 हजार कोर्ट फीस स्टॉप की मांग की। यहीं रीमा ने 50 रुपए के 9 लाख और 100 रुपए के 6 लाख स्टांप की मांग दो अलग-अलग पत्रों में की।

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