प्रदेश की पहली सबसे बड़ी लेंडपूलिंग योजना उज्जैन में जल्द आकार लेगी

अक्षरविश्व एक्सक्लूसिव: नया सपना होगा साकार, सिंहस्थ में बसेगा आध्यात्मिक शहर

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प्रदेश की पहली सबसे बड़ी लेंडपूलिंग योजना उज्जैन में जल्द आकार लेगी

अभी थोड़ा और इंतजार… दो बार होगा योजना का प्रकाशन

सुधीर नागर|उज्जैन। सिंहस्थ 2028 के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हरिद्वार की तर्ज पर आध्यात्मिक शहर बसाने का जो सपना देखा है, वह इस साल आकार ले सकेगा। 2378 हेक्टेयर जमीन पर लेंड पूलिंग के माध्यम से आकार लेने वाली यह मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी योजना होगी। योजन का राजपत्र प्रकाशन करने की तैयारी शुरू हो गई है।

सिंहस्थ के लिए इस बार उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) ने नगर विकास योजना तैयार की है, जिसे संचालक मंडल की स्वीकृति मिलने के बाद राजपत्र में प्रकाशन किया जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव शासन को भेजने की तैयारी हो गई है। योजना का दो बार राजपत्र प्रकाशन होगा। इस पूरी प्रक्रिया में 6_7 माह लगने की संभावना है।

इसके बाद योजना के अनुसार सिंहस्थ क्षेत्र में आरसीसी की चौड़ी और पक्की सड़कें, वाटर सप्लाई लाइन, सीवर लाईन, विद्युतीकरण, चौराहों और पार्कों का विकास, स्वागत द्वार, पार्किंग का स्थाई निर्माण हो सकेगा। ये सभी कार्य धार्मिक शैली में होंगे, जिससे नगर विकास योजना आध्यात्मिक थीम में दिखाई देगी। प्राधिकरण अधिकारियों का दावा है कि मध्यप्रदेश में लेंड पूलिंग से इतनी बड़ी योजना नहीं बनाई गई। यूडीए बोर्ड की बैठक में योजना को हरी झंडी दी गई है।

करोड़ों रुपए का नुकसान बचेगा

सिंहस्थ क्षेत्र में स्थाई निर्माण होने से सरकार पर पड़ने वाला करोड़ों रुपए का भार कम हो जाएगा। सिंहस्थ क्षेत्र में साधु संतों को अस्थाई पंडाल, सुलभ शौचालय, पानी, विद्युत और सीवर की लाइन अस्थाई रूप से डालने पर करोड़ों रुपए खर्च होते हैं। सिंहस्थ के बाद अस्थाई सड़कें और लाइनें डालने पर करोड़ों रुपए का खर्च होता है।

इंतजार इसलिए करना पड़ेगा

1 यूडीए बोर्ड द्वारा मंजूर योजना का राजपत्र में प्रकाशन होगा, विज्ञप्ति जारी होगी।

2 डायरेक्टर, टीएनसीपी के पास योजना परीक्षण के लिए भेजी जाएगी, जो शासन को अनुमोदन देंगे।

3 टीएनसीपी के बाद योजना का पुन: राजपत्र में प्रकाशन होगा।

4 इसके विस्तृत कार्ययोजना बनेगी, ले आउट बनाए जाएंगे।

5 योजना का अंतिम प्रकाशन होने पर किसानों से दावे आपत्तियां ली जाएंगी।

6 किसानों के दावे और आपत्तियों का निराकरण करने के बाद योजना जमीन पर उतर सकेगी।

आगे की प्रक्रिया हो रही

सिंहस्थ के लिए नगर विकास योजना को उज्जैन विकास प्राधिकरण संचालक मंडल की स्वीकृति मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया की जा रही है।-संदीपकुमार सोनी, सीईओ उज्जैन विकास प्राधिकरण

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