दूसरे ट्रैक पर रेल के गुजरने का इंतजार कर रहा था ट्रैकमैन तभी उसी ट्रैक पर आ गई ट्रेन
पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। ट्रेन के सामने आने, टकराने और उसकी चपेट में आने के कई हादसों आपने देखे और पढ़े होंगे लेकिन गुरुवार को हॉर्न की गफलत में टै्रकमैन को अपनी जान गंवानी पड़ी। हॉर्न बजने के बाद जिस ट्रैक पर वह ट्रेन के गुजरने का इंतजार कर रहा था उसी पर ट्रेन आ गई जिससे उसकी मौत हो गई। शाम को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
जीआरपी के मुताबिक 42 वर्षीय मृतक का नाम सलीम पिता सरदार पटेल निवासी ग्राम गावड़ी है। वह ट्रैकमैन के पद पर पदस्थ था। गुरुवार सुबह 12.15 बजे वह कड़छा स्टेशन पर काम कर रहा था। इसी दौरान नर्मदा एक्सप्रेस ने वहां से गुजरने के लिए हॉर्न बजाया, सलीम अपने ट्रैक से हटकर दूसरे ट्रैक पर चला गया और उसी ट्रैक पर ट्रेन आ गई जिसकी चपेट में आने से सलीम पटेल की मौत हो गई। इसके बाद जीआरपी ने शव को जिला अस्पताल भिजवाया जहां शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पीएम रूम के बाहर मौजूद परिचतों ने बताया कि मृतक के घर में उनकी पत्नी, तीन बेटियां और एक बेटा है।
…तो बच सकती थी जान
काम करते वक्त सलीम पटेल को ट्रेन के आने का हॉर्न सुनाई दिया। उसे लगा जिस ट्रैक पर वह काम कर रहा है उसी पर ट्रेन आ रही है, इसके चलते वह दूसरे ट्रैक पर चला गया तभी उसी टै्रक पर ट्रेन आ गई जिस पर वह खड़ा था। यदि वह समय रहते चैक कर लेता तो उसकी जान बच सकती थी।