शहर में एक माह तक प्रतिदिन पेयजल सप्लाई के आसार नहीं

पानी का फ्लो तेज होने से मटमैला पानी हो रहा सप्लाई
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पीएचई को सेटअप जमाने में लगेगा वक्त, पंप की कराना होगी ओवरऑयलिंग
गऊघाट फिल्टर प्लांट में मिट्टी जमने से सप्लाई पर असर, दो टंकियां भर नहीं सकीं
अक्षरविश्व न्यूज| उज्जैन। गंभीर डेम पूरी क्षमता से भरने और एक गेट खोलने के बाद विपक्ष ने नगर निगम प्रशासन पर प्रतिदिन पेयजल सप्लाई को लेकर दबाव बना दिया है, लेकिन पीएचई करीब एक माह तक इस स्थिति में नहीं है कि ऐसा किया जा सके। रोज पेयजल सप्लाई दोबारा शुरू करने के लिए गंभीर डेम और गऊघाट के फिल्टर प्लांट की ओवरऑयलिंग और सेटअप जमाने में समय लग सकता है।
पीएचई अधिकारियों के अनुसार अभी एक माह तक शहर को एक दिन छोडक़र ही पेयजल प्रदाय किया जा सकेगा। इसकी वजह यह है कि 15 अप्रैल से शहर में एक दिन छोडक़र जलप्रदाय किया जा रहा है। इस कारण फिल्टर प्लांट का सेटअप बंद पड़ा है। पूरा सेटअप दोबारा शुरू करने के लिए पंप और मशीनों की ओवरऑयलिंग और जरूरी मरम्मत करानी पड़ेगी। इसके बाद ही रोज पानी सप्लाई किया जा सकेगा। निगम प्रशासन भी अभी पूरी स्थिति की समीक्षा करेगा और इसके बाद ही प्रतिदिन सप्लाई का निर्णय लिया जा सकेगा। विपक्ष के नेता रवि राय और उपनेता गब्बर कुवाल ने निगम प्रशासन से मांग की कि शहरवासियों को अब रोज जलप्रदाय किया जाए।
शहर में सोमवार सुबह लोगों को पानी के लिए परेशान भी होना पड़ा। गऊघाट फिल्टर प्लांट में मिट्टी बढ़ जाने के कारण ऐसी स्थिति बनी है। प्लांट प्रभारी दिलीप नौधाने ने बताया कि प्लांट में अचानक ज्यादा मिट्टी आ जाने के कारण देवासगेट और क्षीरसागर की पानी टंकी पूरी नहीं भरी जा सकी। अन्य टंकियों में भी पानी नहीं पहुंच सका। इस कारण सप्लाई में बाधा रही। लेकिन कम प्रेशर में सभी दूर पानी दिया है। सोमवार को दक्षिण क्षेत्र में जल सप्लाई का टर्न था।
डेम भरते ही नई मुसीबत…
गंभीर डेम एक बार फिर 2250 एमसीएफटी की पूरी क्षमता से भर गया है, लेकिन सोमवार को नई मुसीबत पीएचई के सामने खड़ी हो गई। डेम से पानी का फ्लो तेज आने के कारण मटमैला पानी सप्लाई हो सका। इससे लोग परेशान हो गए। शहर की दो पानी की टंकियां भी भर नहीं सकी। एक क्षीरसागर और दूसरी देवासगेट पानी की टंकी खाली रह गई।
इसकी वजह यह है कि गऊघाट फिल्टर प्लांट पर मिट्टी जम गई, जिससे पानी का प्रेशर नहीं बन सका। पीएचई अधिकारियों का कहना है कि इसे साफ किया जा रहा है और एक दो दिन में पानी की सप्लाई सामान्य हो जाएगी। अधिकारियों के अनुसार गऊघाट फिल्टर प्लांट के सिस्टम मिट्टी वाले पानी को पूरी तरह से साफ करने में सक्षम नहीं हैं, क्योंकि ये काफी पुराने हो गए हैं। गंभीर डेम से पानी का फ्लो भी अत्यधिक तेज हो गया है। इससे भी प्लांट तेजी से पानी साफ नहीं कर पा रहा।
4 माह से एक दिन छोडक़र जलप्रदाय
शहर में गत 15 अप्रैल से एक दिन छोडक़र जलप्रदाय किया जा रहा है।
उस समय गंभीर डेम में केवल 790 एमसीएफटी पानी शेष रह गया था।
इस हिसाब से पिछले चार माह से एक दिन छोडक़र पानी प्रदाय हो रहा
अभी रिव्यू करेंगे
प्रतिदिन पानी सप्लाई करने के लिए पूरी स्थिति का रिव्यू किया जाएगा। पानी की खपत और सभी पहलुओं पर विचार कर निर्णय किया जाएगा।-अभिलाष मिश्रा आयुक्त नगर निगम
पानी का फ्लो तेज होने से परेशानी
गंभीर डेम से पानी का फ्लो तेजी से आ रहा है। इस कारण मिट्टी फिल्टर प्लांट में जम रही और पेयजल साफ नहीं हो पा रहा। इससे जलप्रदाय पूरे प्रेशर से नहीं हो पा रहा। प्लांट काम कर रहे हैं और इसकी सफाई भी की जा रही है। एक दो दिन में स्थिति पर नियंत्रण हो जाएगा। दिलीप नौधाने, सहायक यंत्री और प्रभारी फिल्टर प्लांट