हेलीकॉप्टर के सर्कल एरिया में गिरी थी बिजली, टेक्निकल फॉल्ट से चालू नहीं हुआ था..अब ट्राले पर सड़क मार्ग से जाएगा
चार दिन पहले की घटना, हेलीकॉप्टर में आई थी खराबी, कार से भोपाल लौैट गए थे सीएम
शैलेष व्यास |उज्जैन:विकास पर्व के दौरान 20 जुलाई को क्या मध्यप्रदेश पर आने वाली विपदा टल गई क्या…? यह सवाल हर उस व्यक्ति के मन हैं, जिसे यह पता हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान जिस हेलीकॉप्टर में नागदा आए और इंदौर जाने वाले थे उसमें बिजली गिरने के कारण खराबी आ गई थी और समय रहते उसका पता लग गया। इसके बाद सीएम इंदौर का कार्यक्रम निरस्त कर कार से भोपाल लौट गए थे। हेलीकॉप्टर को अब ट्राले पर भोपाल ले जाने की तैयारी की जा रही है।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान 20 जुलाई को जिस हेलीकॉप्टर में सवार होकर जिले की तहसील नागदा आए थे। वह हेलीकॉप्टर 25 जुलाई को ट्राले में लोड कर भोपाल रवाना किया गया। दरअसल हेलीकॉप्टर 20 जुलाई को ऐसी खराबी आ गई थी कि वह उडऩे की स्थिति में नहीं था और मौसम भी खराब था। इसकी जानकारी सीएम सिक्योरिटी और सीएम को दी गई। इसके बाद सीएम ने इंदौर जाना भी टाल कर भोपाल जाने का फैसला किया।
अचानक बिगड़ा था मौसम:
सीएम 4 दिन पहले जिस वक्त नागदा में विकास पर्व के कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे, उसी समय न केवल नागदा बल्कि पूरे जिले का मौसम बिगड़ गया था। अचानक तेज गरज और चमक के साथ बारिश शुरू हो गई थी। इसी दौरान आसपास बिजली भी गिरी थी।
संभवत: बिजली सर्कल एरिया में गिरने से उसके हाई वाइब्रेशन की वजह से हेलीकॉप्टर में टेक्निकल फॉल्ट हो गया। हेलीकॉप्टर के पायलट और क्रू मेंबर को इसका शायद फॉल्ट का अंदेशा हो गया था। उनके प्रारंभिक परीक्षण में सामने आया कि हेलीकॉप्टर उडऩे की स्थिति में नहीं था।
मौसम भी खराब हो चला था। इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों, सीए स्टाफ, सीएम सिक्योरिटी, जिला प्रशासन को दी गई। स्थिति से सीएम को अवगत कराया गया। इसके बाद सीएम ने इंदौर जाना कैंसल कर सड़क मार्ग से भोपाल जाने का फैसला किया।
पुलिस सुरक्षा में रहा हेलीकॉप्टर
सीएसपी नागदा पिन्टू बघेल के बताया कि हेलीकॉप्टर टेक्निकल प्राब्लम के कारण खड़ा था। हेलीपेड पर सुरक्षा बल तैनात किया गया था। बिरलाग्राम थाना प्रभारी करणसिंह पाल के अनुसार हेलीकॉप्टर को पूरी सुरक्षा के साथ सड़क मार्ग से रवाना करने की तैयारी की जा रही है।
जांच दल आया था
दो दिन पहले नागदा में खड़े हेलीकॉप्टर को देखने और जांच के लिए दल आया था। परीक्षण के बाद दल ने हेलीकॉप्टर के ठीक होने और इसके उड़ान भरने की स्थिति की संभावना से इनकार कर दिया। दल बैरंग लौट गया। इसके बाद निर्णय लिया गया कि हेलीकॉप्टर को सड़क मार्ग से भोपाल ले जाया जाए।
हेलीकॉप्टर को एक विशाल ट्राले में लादकर, सड़क मार्ग से रवाना किया जा रहा है। इंजीनियर्स की देखरेख में हेलीकॉप्टर की पंखुड़ी और अन्य बाहरी उपकरणों को खोला जा रहा है। इसके बाद इसे ट्राले में रख, कवर्स लगाकर रवाना किया जाएगा।
इसलिए चिंता….
नागदा के नागरिकों में इस बात की चर्चा है कि सीएम का कार्यक्रम लेट हो गया। वहीं हेलीकॉप्टर में खराबी की जानकारी समय रहते मिल गई। यदि कार्यक्रम जल्दी खत्म हो जाता या हेलीकॉप्टर के फॉल्ट का समय रहते पता नहीं चलाता। उडऩे के दौरान खराबी सामने आती तो संकट-विपदा खड़ी हो जाती। शुक्र है, सबकुछ ठीक रहा।