उज्जैन में दशहरा मैदान की यह गली ताबड़तोड़ जगमगा उठी
दो घंटे तक कमांडों ने घर का कोना कोना छान मारा
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अचानक दशहरा मैदान स्थित भाजपा के वरिष्ठ नेता रूप पमनानी के घर आने की खबर दो घंटे पहले मिलने से हड़कंप मच गया। निगम पार्षद को ताबड़तोड़ स्ट्रीट लाइट लगवाना पड़ी और साफ सफाई कराना पड़ी। कमांडो ने पूरे घर की तलाशी ली, और कोना कोना छान मारा। जब शाह घर आए तो 13 वर्षीय अवनि पमनानी ने आरती उतारकर स्वागत किया।
उज्जैन में रविवार शाम शहीद पार्क पर चुनावी सभा लेने आए थे। शाम करीब।पांच बजे गृहमंत्रालय से सूचना आई कि शाह पमनानी के घर भोजन करने जाएंगे। इससे हलचल मच गई। खुद पमनानी को शाम 5 बजे उस समय सूचना मिली जब वे सभा में शामिल होने घर से निकले। सूचना मिलते ही वे वापस लौटे और तैयारी शुरू की। इसके बाद वे सभा में भी नहीं जा सके। शाह की सुरक्षा में तैनात कमांडों ने पूरे घर की जांच पड़ताल की। यहां तक कि बाथरूम में भी एक एक चीज को देखा। क्षेत्रीय पार्षद कालरा ने तत्काल सड़क की साफ सफाई कराई और तीन हेलोजन लगवाए। पड़ोसियों ने भी लाइट जलाकर रोशनी की।
डिनर की टेबल पर सिर्फ तीन लोगों की अनुमति
शाह की सुरक्षा में तैनात अधिकारियों ने पमनानी के घर भोजन की टेबल पर बैठने के लिए सिर्फ तीन लोगों की परमिशन दी थी। इनमें प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, दक्षिण से उम्मीदवार डॉ. मोहन यादव शामिल थे। बाद में सिर्फ पमनानी को बैठने की अनुमति मिली। पमनानी की पत्नी सुनीता, बेटे निर्मल और बहू पूनम को भी डायनिंग रूम में जाने की अनुमति नहीं दी गई। केवल भोजन सर्व करने वाले छह लोगों को ही अनुमति मिली। सभी को बाहर ही रहने का अनुरोध किया गया। जाते समय परिवार के सदस्यों से वे मिले और हाथ जोड़कर रवाना हो गए।
भूख लगी है, पहले भोजन करूंगा
उच्च शिक्षा मंत्री यादव के कट्टर समर्थक पमनानी के घर शाह ने जाते ही कहा भूख लगी है, सबसे पहले भोजन करूंगा फिर दूसरी फॉर्मलिटी करना। सुरक्षा अधिकारियों ने हिदायत दी थी कि गृहमंत्री सादा भोजन करेंगे और पानी गरम ही रखना। मीठा कम पसंद है। शाह को सादी रोटी, ज्वार की रोटी के साथ खिचड़ी भी परोसी गई थी। भोजन के बाद मंत्री यादव ने शाह को बताया पमनानी अटल जी और आडवाणी जी के समय से सभा संचालित करते आ रहे हैं। दरअसल, शाह जहां भी चुनावी सभा लेने जा रहे वहां किसी एक कार्यकर्ता के घर भोजन करने जा रहे। मंत्री यादव ने उज्जैन के लिए पमनानी का नाम भेजा था।