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इनको पुलिस का खौफ नहीं… क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाकर दौड़ा रहे वाहन

मनमानी : चालक लोगों की जान से कर रहे खिलवाड़, ओवरलोड वाहनों से हो सकता है हादसा

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन शहर में लोक परिवहन के साधनों के नाम पर सिटी बस, मैजिक, आटो और ई रिक्शा संचालित हो रहे हैं। उक्त वाहनों के रूट भी निर्धारित हैं साथ ही आरटीओ द्वारा प्रत्येक वाहन की क्षमता अनुसार सवारी बैठाने के नियम भी लागू किये गये हैं।

 

नियम का उल्लंघन करने पर यातायात पुलिस को कार्रवाई करना होती है, लेकिन पुलिस के पास इसका समय नहीं और ड्रायवर लोगों की जान से खिलवाड़ करते हुए अपने वाहनों में क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाकर वाहनों को सड़कों पर दौड़ा रहे हैं। आरटीओ से मिली जानकारी के अनुसार ई रिक्शा, आटो और मैजिक वाहनों में सवारी बैठाने की संख्या निर्धारित है। खास बात यह कि उक्त वाहनों का उपयोग छत पर सामान रखकर संचालित करने के लिये नहीं हो सकता। इन वाहनों में सिर्फ यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर छोडऩे का नियम है। नियम का पालन कराने की जिम्मेदारी यातायात पुलिस की है।

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पुलिस को ओवरलोड वाहन नजर नहीं आते

पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा द्वारा प्रतिदिन वायरलेस सेट पर ली जाने वाली कांफ्रेंस के दौरान पुलिस अफसरों को शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के साथ ही ऐसे वाहन चालकों पर चालानी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये जाते हैं, लेकिन पुलिस को शहर की सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड वाहन नजर नहीं आते। अधिक मुनाफा कमाने के लालच में मैजिक, ई रिक्शा और आटो संचालक न सिर्फ क्षमता से अधिक यात्रियों को अपने वाहनों में बैठा रहे हैं बल्कि वाहनों की छत पर सामान रखना, ड्रायवर सीट पर बच्चों व यात्रियों को बैठाना इनके लिये सामान्य बात है।

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दो पहिया वाहनों तक सीमित कार्रवाई

यातायात पुलिस शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के नाम पर अब तक सिर्फ दो पहिया वाहन चालकों पर कार्रवाई तक ही सीमित है। पुलिस की क्रेन यातायात में बाधा बनने वाले दो पहिया वाहनों को बांधकर थाने ले जाती है, जबकि इन्हीं पुलिसकर्मियों के सामने गुजरते ओवरलोड वाहन पर कोई कार्रवाई नहीं होती।

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