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सरलजी को पद्मश्री मिले यह प्रयास जरूरी

सरल काव्यांजलि के होली मिलन समारोह में कवियों का सम्मान, किसी ने व्यंग्य तो किसी ने सुनाई कविता

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन सरल शहीदों के श्रीकृष्ण हैं उन्हें पदमश्री का सम्मान मिले इस हेतु हम सभी को प्रयास करना चाहिए। उक्त उद्गार सरल काव्यांजलि के स्व. डॉ.पी.एन. नागर को समर्पित 19वें होली मिलन एवं कवि सम्मेलन में समाजसेवी शैलेंद्र व्यास ने व्यक्त किये। संस्था की डॉ. वन्दना गुप्ता ने बताया कि विशेष अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष गौड़ ने सरल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।

मुख्य अतिथि वरिष्ठ शिक्षाविद डॉ. हरिमोहन बुधौलिया ने सरल और सुमन को याद किया। उन्होंने भी सरल को पदमश्री से सम्मानित किये जाने का समर्थन करते हुए सरल जी के नाम से सम्मान भी देने की घोषणा की। कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ कवि सुगनचन्द्र जैन ने बेटी शीर्षक की अपनी कविता सुनाई। विशेष अतिथि व्यंग्यकार डॉ. हरीश कुमार सिंह ने व्यंग्य सुनाया। इस अवसर पर कवि सतीश सागर को विशिष्ट साहित्य सम्मान, कवि को आशा सुपेकर स्मृति सम्मान (सन्तोष सुपेकर एवं परिवार द्वारा) सुभाष मंगल को शरदचन्द्र मोरे स्मृति सम्मान (सीमा देवधरे एवं परिवार द्वारा) तथा वरिष्ठ संस्था सदस्य अनिल कुमार चौबे को विशिष्ट सेवा सम्मान से अलंकृत किया गया।

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इस अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन में युवा कवि प्रियम जैन, वरिष्ठ लघुकथा लेखक सन्तोष सुपेकर, कुमार संभव, रामचन्द्र धर्मदासानी, सतीश सागर, गोपाल कृष्ण निगम, डॉ. पुष्पा चौरसिया ने अपनी रचना प्रस्तुत की। सरस्वती वंदना आशीष श्रीवास्तव अश्क ने प्रस्तुत की, अतिथि स्वागत प्रदीप सरल, डॉ. महेश कानूनगो, डॉ. रफीक नागौरी, डॉ. प्रणव नागर, मुक्तेश मनावत, कमलेश कुशवाह, सुखरामसिंह तोमर, सुमन नागर, संजय जौहरी, सुनील अंजने, महेंद्रसिंह भदौरिया, रमेश जाजू ने किया।

स्वागत भाषण संस्था अध्यक्ष डॉ. संजय नागर ने दिया। सम्मानित कवियों का परिचय राजेंद्र देवधरे दर्पण, वी.एस. गहलोत साकित उज्जैनी ने दिया। संचालन नितिन पोल और विजय शर्मा गोपी ने किया। आभार संस्था सचिव मानसिंह शरद ने व्यक्त किया। इस अवसर पर अशोक भाटी, सुरेंद्र सर्किट, अनिल पांचाल सेवक, यू.एस. छाबड़ा, विक्रम विवेक, रमेशचन्द्र चांगेसिया, एम.जी. सुपेकर, डॉ. विजय सुखवानी, पं. नरेंद्र चौबे, अमित सुपेकर, नरेंद्र विश्वकर्मा, दिलीप जैन सहित अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित थे।

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