श्री गणेश के स्वागत में इस बार भव्य आयोजन

गणेशोत्सव : कल शहर में कई जगह विराजेंगे बप्पा, पंडाल व मंदिरों में तैयारी, यात्रा-पूजन और उत्सव की मस्ती में डुबेगा शहर
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गणेश चतुर्थी पर सुबह 5 बजे खुलेंगे श्री चिंतामण गणेश के पट, गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा, श्रद्धालुओं में बंटेंगे लड्डू
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर बुधवार से दस दिवसीय गणेश पर्व की शुरु की शुरुआत होगी। 11 दिवसीय गणेश उत्सव के लिए शहर तैयार है। बप्पा के स्वागत में जगह-जगह धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। श्रद्धालु पहले से ही बप्पा को घर और कॉलोनियों में विराजमान करने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। प्रमुख पांडालों में पूजन-स्थापना व मंदिरों में अभिषेक, श्रृंगार व धार्मिक यात्राएं आयोजित की जा रही हैं।
अतिप्राचीन चिंतामन गणेश मंदिर में गणेश उत्सव के दौरान हजारों की संख्या में दर्शनार्थी पहुंचेंगे। मुख्य पुजारी गणेश गुरु ने बताया कि चतुर्थी पर सुबह 5 बजे मंदिर के पट खुलेंगे और पंचामृत अभिषेक के बाद सिंदूर व वर्क का चोला चढ़ाया जाएगा। इसके पश्चात भगवान का आकर्षक श्रृंगार होगा। प्रतिदिन रात 10 बजे तक निरतंर मंदिर में आम दर्शन होंगे। अधिक भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रबंध समिति ने गर्भगृह में प्रवेश बंद रखकर बाहर से ही दर्शन कराने का निर्णय लिया है। श्रद्धालुओं को पुजारी गणेश गुरु परिवार की ओर से मंच लगाकर लड्डू प्रसाद भी बांटा जाएगा।
शहर में विराजित हैं षड् विनायक
गणेश उत्सव के 11 दिनों में शहर के क्षेत्रों में विराजित षड् विनायक दर्शन यात्रा भी श्रद्धालु करेंगे। कार्यसिद्धि के लिए श्रीगणेश की पूजा अर्चन का क्रम त्रेता युग से चला आ रहा है। आर्थिक, मांगलिक, पारिवारिक, व्यापार व्यवसाय तथा नौकरी, विवाह आदि बाधाओं में मुक्ति के लिए षड् विनायक की यात्रा होती है।
महाकाल चौराहे पर बैठेंगे लौंग और इलायची से बने श्रीगणेश
इंदौर की बंगाली कॉलोनी में तैयार हो रही है प्रतिमा
21 फीट ऊंची होगी मूर्ति, हर साल नई थीम पर बनाते हैं
महाकाल चौराहे पर इस बार अनूठी गणेश प्रतिमा विराजित होगी। लौंग- इलायची से गणेश जी की प्रतिमा इंदौर की बंगाली कॉलोनी में तैयार की जा रही है। बुधवार को शुभ मुहूर्त में प्रतिमा विराजित की जाएगी। मंडल हर साल नई थीम पर प्रतिमा का निर्माण करता है। पिछली बार सुपारी के गणेश बनाए गए थे।
महाकाल इंटरनेशनल मित्रमंडल चौराहे पर ऋषभ यादव मित्र मंडल पिछले २२ सालों से गणेशउत्सव मना रहा है। 15 साल से उसने थीमबेस प्रतिमा बनानी शुरू की है। इनकी इकोफ्रेंडली गणेश प्रतिमा को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंंचते हैं। पिछली बार मंडल ने सुपारी की प्रतिमा बनाई थी, इस बार तांबूलफल यानी लौंग-इलायची से प्रतिमा तैयार करवाई जा रही है। 21 फीट ऊंची मिट्टी की प्रतिमा पर लौंग- इलायची लगाई जाएगी। सवा लाख इलायची और ढाई लाख से ज्यादा लौंग लगेंगी। इंदौर के बंगाली कॉलोनी में प्रतिमा का निर्माण अंतिम दौर में है। मंगलवार रात तक प्रतिमा के उज्जैन पहुंचने की संभावना है।
इलायची और लौंग का प्रसाद वितरित होगा
मंडल के ऋषभ बाबू यादव ने बताया कि भव्य तरीके से प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। दस दिन तक उत्सव होगा। दसवें दिन शिप्रा में प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। इस दौरान इलायची-लौंग का प्रसाद भी वितरित किया जाएगा। उनके मुताबिक पिछले १५ साल से थीमबेस प्रतिमाएं बनाई जा रही हैं। इसे लोग खासा पसंद कर रहे हैं। उनकी ५वीं पीढ़ी गणेश उत्सव का आयोजन कर रही है। अनंत चतुदर्शी पर प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। इस दौरान भव्य चल समारोह निकाला जाएगा।
खण्डेलवाल समाज के गणेश उत्सव में हर दिन होंगे आयोजन
खण्डेलवाल वैश्य पंचायत बुधवारिया स्थित खण्डेलवाल वैश्य पंचायत भवन में गणेश उत्सव मनायेगा। 27 अगस्त को श्री गणेश की स्थापना होगी। उत्सव प्रभारी देवेन्द्र जंघिनिया एवं समन्वयक राजेंद्र सोखिया ने बताया 28 अगस्त से रोज सांस्कृतिक आयोजन होंगे जिसके अंतर्गत मेगा हाऊजी, प्रश्न मंच, फैंसी ड्रेस, भजन संध्या, रांगोली, ऑनलाइन क्विज, पुण्य उपदेश, शिक्षक सम्मान आदि कार्यक्रम होंगे। 6 सितंबर को खण्डेलवाल भवन में ही भगवान श्री गणेश प्रतिमा का विसर्जन होगा। खण्डेलवाल वैश्य पंचायत अध्यक्ष गोविंद खंडेलवाल, सचिव अनिल सामरिया ने बताया कि समाज के विभिन्न संगठनों को रोज व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है।
श्री महाराष्ट्र समाज में पुणे की शालू मिट्टी से बने श्रीगणेश विराजेंगे
उज्जैन। श्री महाराष्ट्र समाज उज्जयिनी इस बार 74वां गणेश उत्सव मना रहा है। 27 अगस्त से प्रारंभ महोत्सव 6 सितंबर अनंत चतुर्दशी तक चलेगा। बौध्दिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक आदि कार्यक्रम उत्सव में होगे।
सचिव संजय दिवटे ने बताया कि 27 अगस्त बुधवार को सुबह 10 बजे चल समारोह केलकर परिसर बहादुरगंज से प्रारंभ होगा और तिलक स्मृति समाज की धर्मशाला पर समाप्त होगा। यहां श्रीगणेश प्रतिमा स्थापित होगी। यहां पुणे से शालू मिट्टी से निर्मित गणेशजी की प्रतिमा विराजित होगी। जो अजय आगरकर द्वारा भेंट की गई है।
शाम 7.30 बजे कीर्तन होगा। 28 अगस्त को शाम 7.30 बजे स्वरानुभुति, 29 अगस्त शाम 7.30 बजे पति माझा करोड़पति, 30 अगस्त शनिवार शाम 7.30 बजे मैत्रबन प्लाट नं दोन शून्य शून्य, 31 अगस्त रविवार को श्री गणपति मंदिर पानदरीबा में सुबह 7.30 बजे अथर्वशीर्ष, सुबह 10.30 बजे तिलक स्मृति मंदिर में लहान मुलांचे खेल, सुबह 11 बजे तिलक स्मृति मंदिर में स्वास्थ्य शिविर एवं शाम 7.30 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज-व्यक्तित्व एवं चरित्र पर व्याख्यान होगा। 1 सितंबर को तिलक स्मृति मंदिर में सुंदरकांड व भजन संध्या शाम 7 बजे, 2 सितंबर को शाम 7.30 बजे या सुरांनो या, 3 सितंबर को कालिदास अकादमी संकुल हॉल में शाम 7.30 बजे से एम स्टार रॉक बैंड की प्रस्तुति होगी। 4 सितंबर शाम 7.30 बजे से कालिदास अकादमी में आठवणीतील गाणी, 5 सितंबर को शाम 7.30 बजे से तिलक स्मृति मंदिर में सुर श्रृंगार कार्यक्रम होगा। 6 सितंबर शनिवार शाम 5 बजे गणपति विसर्जन चल समारोह के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।
सिंधी कॉलोनी के बप्पा का आतिशबाजी के साथ आगमन
सिंधी कॉलोनी गली नंबर 3 में इस वर्ष गणेश उत्सव में खास आकर्षण देखने को मिलेगा। यहां 85 हजार कीमत की भव्य प्रतिमा स्थापित होगा। जिसमें भगवान गणेश को महाभारत की युद्ध भूमि में रथ पर विराजित दिखाया गया है। युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन के रथ को चला रहे हैं। मूर्ति में घोड़े रथ को खींचते प्रतीत हो रहे हैं, जिससे दृश्य और भी अलौकिक बन गया है। प्रतिमा रविवार को उज्जैन आ चुकी है। जब प्रतिमा को सिंधी कॉलोनी लाया जा रहा था, तो इसकी भव्यता देखकर राहगीर वहीं ठहर गए। लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस की मदद से प्रतिमा को सुरक्षित रूप से गली नंबर 3 स्थित पंडाल तक पहुंचाया गया। पिछले 12 वर्षों से यह आयोजन सिंधी कॉलोनी की अनमोल मित्र मंडली और श्री उमापुत्र समिति सिंधी समाज द्वारा किया जा रहा है। आयोजन समिति में अमित कृष्णानी, जयेश चौधरी, यश कृष्णानी, निलेश परस्वानी, लविश, मनमोहन, अभिजीत सिंह, सुमित, मयूर, गौरव, क्रिष आदि युवा शामिल हैं।