15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का प्रशासन लगा रहा अनुमान, पिछली बार सात करोड़ आए थे
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। चार साल बाद लगने वाले सिंहस्थ की तैयारी शुरू हो गई है। इस बार प्रशासन पिछली बार से दोगुना श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगा रहा है। यह संख्या 15 करोड़ हो सकती है। पिछली बार 7 करोड़ लोग आए थे। इसके चलते सिंहस्थ मेला क्षेत्र भी बढ़ाया जाएगा। यह पिछली बार की तुलना में 299 हेक्टेयर ज्यादा होगा।
अमूमन सिंहस्थ की तैयारी शहर में दो से तीन साल पहले शुरू होती है लेकिन इस बार सीएम डॉ मोहन यादव के कारण इसे अभी से शुरू कर दिया गया है। पिछले दिनों शहर आए केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने प्रशासनिक अफसरों ने सिंहस्थ तैयारियों का प्रजेंटेशन दिया।
इसमें सिंहस्थ को लेकर होने वाले निर्माण और श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराने वाली सुविधाओं का जिक्र किया गया है। सबसे ज्यादा फोकस शिप्रा नदी को प्रवाहमान रखने पर किया गया है। सिंहस्थ क्षेत्र हमेशा की तरह ही इस बार भी चार भागों में रहेगा। यह क्षेत्र दत्त अखाड़ा, महाकाल, मंगलनाथ और कालभैरव के रहेंगे। सबसे ज्यादा रकबा इस बार भी दत्त अखाड़ा क्षेत्र का रहने वाला है। इसकी वजह यह है कि इस तरफ विस्तार की गुंजाइश ज्यादा है और यहां शैव अखाड़े रहते हैं। इनसे जुड़े महामंडलेश्वरों के पंडाल भी यहीं लगते हैं। जिनमें पूरे सिंहस्थ काल में धार्मिक आयोजन होते रहते हैं।
कहां-कितना रहेगा मेला क्षेत्र
1-महाकाल 397.85
2-दत्त अखाड़ा 1392.25
3-मंगलनाथ 843.6
4-कालभैरव 726.9
टोटल 3360
हर बार बढ़ रहा है मेले का रकबा
सिंहस्थ मेले का क्षेत्रफल हर बार बढ़ रहा है। हालांकि 2004 और 2016 की तुलना में इस बार रकबा कम बढ़ाया जा रहा है।
कब कितना रहा.
मेले का रकबा
1980 – 612
1992 – 1369.39
2004 – 2151
2016 – 3061
2028 – 3360