चाकूबाजी के सह आरोपी का जुलूस निकालने पर प्रभारी टीआई सहित तीन लाइन हाजिर

पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा बोले…चाकूबाजों पर कार्रवाई करने के निर्देश थे
उज्जैन। शहर में बढ़ती चाकूबाजी की घटनाओं पर पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को उनके थाना क्षेत्र के चाकूबाजों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। परिणाम स्वरूप एक दर्जन से अधिक चाकूबाजों को पुलिस ने पकड़ा। उसी दिन शाम को ढोल नगाड़ों के साथ चाकूबाजों का जुलूस भी निकाला गया।
इनमें एक युवक वह भी था जो चाकूबाजी के अपराध में तो शामिल था लेकिन उसने चाकू नहीं मारे। शिकायत मिलने के बाद एसपी ने कोतवाली थाने के प्रभारी टीआई सहित दो प्रधान आरक्षकों को लाइन हाजिर कर दिया।
पुलिस से मिली के अनुसार थाने में अपराध क्रमांक 247/2023 दर्ज हुआ था। मामले में कुशलपुरा निवासी सुनील पिता गिरधारीलाल निवासी कुशलपुरा, सूरज करपरिया पिता गिरधारीलाल, विकास करपरिया पिता पुरुषोत्तम और विमल उर्फ विक्की पिता जगदीश करपरिया आरोपी थे।
पुलिस ने चारों के खिलाफ मारपीट व चाकूबाजी की धारा 324, 323, 294, 506, 34 के तहत केस दर्ज किया था। शहर में बढ़ती चाकूबाजी की वारदातों के मद्देनजर एसपी प्रदीप शर्मा ने थाना प्रभारियों को चाकूबाजों पर कार्रवाई और धरपकड़ के निर्देश दिए थे। मामले में कोतवाली पुलिस ने उक्त चारों के अलावा दो अन्य को पकड़ा। दोपहर में पुलिस को निर्देश मिले कि पकड़ाए बदमाशों को कोट मोहल्ला चौराहा लेकर पहुंचें।
कोतवाली थाने से प्रभारी टीआई बबलेश कुमार, प्र.आर. तरुणपाल 6 बदमाशों को लेकर गए। उन्हें तभी पता चला कि सभी थानों के बदमाशों को एक जगह एकत्रित कर ढोल नगाड़ों के साथ जुलूस निकाला जाना है। यहां से एक दर्जन से अधिक बदमाशों का जुलूस पुराने शहर के विभिन्न मार्गों से निकाला गया।
भाजपा नेताओं ने जताई आपत्ति
पुलिस अधीक्षक के पास भाजपा नेता पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिन बदमाशों का पुलिस ने जुलूस निकाला उनमें कुछ लोग ऐसे भी थे जो चाकूबाज नहीं थे। एसपी द्वारा इसकी जानकारी लेने के बाद प्रभारी टीआई बबलेश कुमार, प्रधान आरक्षक आत्माराम, प्रधान आरक्षक तरुणपाल को लाइन हाजिर कर दिया।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि जिस युवक का जुलूस निकाला गया वह चाकूबाज नहीं था, सिर्फ केस में शामिल था। गलत व्यक्ति का जुलूस निकालने के कारण कार्रवाई की गई है।