आज का राशिफल ( 3 मार्च 2024)

By AV News

मेष:  व्यापार में स्थिति नरम रहेगी। शत्रुभय, चिंता, संतान को कष्ट, अपव्यय के कारण बनेंगे। भ्रातृपक्ष में विरोध होने की संभावना है। आय-व्यय की स्थिति समान रहेगी। शुभांक-२-६-८

वृषभ: मेल-मिलाप से काम बनाने की कोशिश लाभ देगी। अपने काम में सुविधा मिल जाने से प्रगति होगी। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। यात्रा का दूरगामी परिणाम मिलेगा। शुभांक-४-६-८

मिथुन: यात्रा प्रवास का सार्थक परिणाम मिलेगा। मेल-मिलाप से काम बनाने की कोशिश लाभ देगी। अपने काम में सुविधा मिल जाने से प्रगति होगी। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। शुभांक-५-७-८

कर्क:  राजकीय कार्यों से लाभ। पैतृक संपत्ति से लाभ। नैतिक दायरे में रहें। पुरानी गलती का पश्चाताप होगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। छात्रों को लाभ। शुभांक-४-6-७

सिंह: आय के अच्छे योग बनेंगे। संतान की उन्नति के योग हैं। स्त्री-संतान पक्ष का सहयोग मिलेगा। पुराने मित्र से मिलन होगा। स्वविवेक से कार्य करें। शत्रुपक्ष से सावधान रहें। शुभांक-२-५-६

कन्या:  ‘आगे-आगे गौरख जागेÓ वाली कहावत चरितार्थ होगी। मेहमानों का आगमन होगा। परिवारजन का सहयोग व समन्वय काम को बनाना आसान करेगा।शुभांक-४-५-७

तुला: जीवनसाथी अथवा यार-दोस्तों के साथ साझे में किए जा रहे काम में लाभ मिल जाएगा। पूर्व नियोजित कार्यक्रम सरलता से संपन्न हो जाएंगे। स्वास्थ्य नरम रहेगा। शुभांक-३-५-७

वृश्चिक: लाभ में आशातीत वृद्धि तय है मगर नकारात्मक रुख न अपनाएं। आशा और उत्साह के कारण सक्रियता बढ़ेगी। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। समाज में सम्मान बढ़ेगा। शुभांक-२-४-६

धनु: जीवनसाथी का परामर्श लाभदायक रहेगा। व्यापार व नौकरी में स्थिति अच्छी रहेगी। शुभ कार्यों का लाभदायक परिणाम होगा। कामकाज में अधिकता रहेगी। शुभांक-४-६-७

मकर:  प्रियजनों से समागम का अवसर मिलेगा। अवरुद्ध कार्य संपन्न हो जाएंगे। कामकाज की व्यस्तता से सुख-आराम प्रभावित होगा। मानसिक एवं शारीरिक शिथिलता पैदा होगी। शुभांक-१-३-५

कुंभ:  कारोबारी यात्रा को फिलहाल टालें। आय-व्यय की स्थिति समान रहेगी। अपने हितैषी समझे जाने वाले ही पीठ पीछे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेंगे। होश में रहकर कार्य करें। शुभांक-३-४-६

मीन:राजकीय कार्यों से लाभ। पैतृक संपत्ति से लाभ। कारोबारी यात्रा को फिलहाल टालें। शैक्षणिक कार्य आसानी से पूरे होते रहेंगे। श्रम साध्य कार्यों में सफल होंगे। शुभांक-२-४-६

Share This Article