90 से बढ़कर 120 मीटर चौड़ा होगा मार्ग, टर्निंग भी खत्म
महाकाल के पास बड़ा गणेश रोड वाहनों के लिए होगा बंद
मंदिर परिसर और महाराजवाड़ा भवन को जोडऩे की तैयारी
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन। देश भर से महाकाल मंदिर आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर के आसपास की सड़कों का चौड़ीकरण शुरू हो गया है। मंदिर परिसर और महाराजवाड़ा भवन को जोडऩे की तैयारी तेज हो गई है। बड़ा गणेश से हरसिद्धि मंदिर जाने वाला रोड वाहनों के लिए बंद हो जाएगा। भारतमाता मंदिर के सामने यादव धर्मशाला होते हरिफाटक ब्रिज रोड को जोडऩे के लिए आदर्श रोड बनाया जा रहा है। इसकी लंबाई 90 से 120 मीटर होगी जो पूरी तरह सीधी होगी। इसका टर्न खत्म होगा।
महाकाल मंदिर और महाराजवाड़ा भवन जोडऩे के लिए दोनों के बीच रास्ता बनना शुरू हो गया है। यह सीधे पं. सूर्यनारायण व्यास के निवास भारतीभवन के सामने खुलेगा। वर्तमान में बड़ा गणेश से हरसिद्धि मंदिर तक की रोड पर केवल दर्शनार्थी ही घूम सकेंगे। वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाएगा। दूसरी ओर भारतमाता मंदिर के सामने यादव धर्मशाला होकर हरिफाटक ब्रिज रोड से जोडऩे वाली रोड को आदर्श रोड बनाया जा रहा है। इसकी चौड़ाई 50 फीट होगी, जिसमें दोनों ओर ढाई ढाई फीट के फुटपाथ भी होंगे। इसमें इलेक्ट्रिक की ऐसी लाइन डाली जा रही है जो आने वाले 50 साल का लोड ले सके। इसके लिए अभी लोड सर्वे का काम भी कराया जा रहा है।
सरस्वती शिशु मंदिर का हिस्सा टूटेगा
रोड के पास सरस्वती शिशु मंदिर का भवन भी है। इसका रोड साइड का हिस्सा तोड़ा जाएगा। इसके लिए संघ भी तैयार हो गया है। हालांकि कुछ सदस्यों ने इस पर आपत्ति ली थी, लेकिन कलेक्टर और कमिश्नर के दौरे के दौरान सहमति बन गई है। इस रोड को अब हरिफाटक ब्रिज रोड तक सीधा किया जाएगा। इसके लिए रोड की राह में आ रहे मकानों को तोड़ा जाएगा। अभी मुख्य रोड पर जाने के लिए टर्न लेना पड़ता है। 90 मीटर की लंबाई के बाद इसे सीधा कर दिया जाएगा।
मंदिर के सामने ये है वह रोड जो बनेगी आदर्श
सात माह से हो रहा काम धूल मिट्टी से लोग परेशान:
महाकाल मंदिर तक जाने के लिए स्मार्ट सिटी योजना में भारतमाता मंदिर के सामने से यादव धर्मशाला होकर हरिफाटक ब्रिज रोड को जोडऩे के लिए बन रहे आदर्श रोड की राह में कई रोड़े आ रहे हैं। इस कारण पिछले सात माह से इसका काम अधूरा पड़ा है।
इस रोड को आदर्श रोड बनाने के लिए प्रशासन और ठेकेदारों को विरोध का सामना भी करना पड़ रहा। सरस्वती शिशु मंदिर भवन के हिस्से को तोडऩे पर बनी सहमति के बाद होटल मूनलाइट के सामने की टर्निंग को खत्म करने के लिए बड़ी चुनौती का सामना करना बाकी है। यहां के मकानों को तोड़कर रोड को सीधे हरिफाटक रोड से जोडऩे की योजना है ताकि खतरनाक और संकरी टार्निंग को खत्म किया जा सके। अभी इन मकानों को तोडऩे का काम शुरू नहीं हो सका है। अभी रोड का चौड़ीकरण करने का काम चल रहा है।
रोड बंद, कारोबार ठप:
अभी इस रोड को भारतमाता मंदिर के सामने बेरिकेट लगाकर बंद कर दिया गया है, लेकिन दूसरे हिस्से से रोड चालू है। इस कारण पैदल आवागमन चालू रहता है। भस्मारती के समय इस रोड पर अधिक भीड़ हो जाती है। इस रोड पर होटल और दुकानों का कारोबार ठप हो गया है। धूल मिट्टी से भी लोग परेशान हैं।
ये हैं अभी बाधाएं:
1. रोड के रहवासी क्षेत्र में एमपीईबी की अंडरग्राउंड लाइन डाली जाना है।
2. रास्ते में धर्मस्थल और पेड़ भी हैं। इनको हटाने पहुंचे कर्मचारियों पर क्रोधित लोगों द्वारा पत्थर ताने जा चुके।
3. स्कूल की साइड में पीएचई की लाइन डाली जाएगी।
4. भीड़ और विरोध के कारण ठेकेदार काम नहीं कर पा रहे।
5. प्रशासन की ओर से पुलिस फोर्स और समन्वयक अधिकारी भी तैनात नहीं।
यह हिस्सा जो होगा सीधा: महाकाल मंदिर और भारातमाता मंदिर को जोडऩे के लिए बन रहा रास्ता़
धूल-मिट्टी से परेशान
रोड का काम पिछले सात माह से चल रहा है। इससे धूल मिट्टी के कारण हम सभी रहवासी परेशान हैं।
संजय योगी, क्षेत्रीय रहवासी
दुर्घटना का खतरा
रोड पर निर्माण कार्य चलने और नाली खुली पड़ी है। इस कारण दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। आए दिन कोई गिर जाता है।
अशोक बैरागी, क्षेत्रीय रहवासी
समय-सीमा तय हो
रोड का काम पूरा करने की समय सीमा तय होनी चाहिए। अभी भी यह साफ नहीं है कि काम कब पूरा होगा। बारिश में दिक्कत होगी।
दुर्गाशंकर, क्षेत्रीय रहवासी