उज्जयिनी शिवमय….श्रावण माह की शुरूआत… करें बाबा महाकाल के लाइव दर्शन
बड़ी संख्या में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचे भक्त
दोपहर 12 बजे तक 15 हजार लोगों ने किए दर्शन…
पूरी दुनिया में भस्म आरती की परम्परा केवल इसी मंदिर में
उज्जैन। श्रावण-भादौ मास में भगवान महाकालेश्वर के भक्तों में अपार उत्साह रहता है। श्रावण के पहले दिन श्रद्धा-भक्ति के बीच उज्जैयिनी शिवमय हो गई। भगवान महाकाल के दर्शन को आतुर बड़ी संख्या में देशभर के श्रद्धालु का आगमन हुआ है।
श्रावण मास के पहले दिन राजाधिराज भगवान महाकाल का श्रावण मास के पहले दिन भांग से आकर्षक श्रृंगार किया गया। तड़के 4 बजे भस्म आरती के दौरान भांग व चंदन से शृंगारित कर सौम्य आकृति बनाई। भगवान महाकालेश्वर का राजा के स्वरूप अद्भुत श्रृंगार किया गया।
पुजारियों ने हल्दी-चंदन आदि लगाकर शृंगारित किया। भस्मी रमाने वाले बाबा महाकाल को पहले जल-दूध, स्नान कराया, इसके बाद दही , शहद और फलों के रस बने पंचामृत अभिषेक पूजन कर भस्मी रमाई।
श्रावण के पहले दिन दोपहर 12 बजे तक करीब 15 हजार श्रद्धालुओं ने महाकाल बाबा के कर चुके थे। महाकाल मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में ख़ास है।
बाबा महाकाल दक्षिण मुखी है और दुनिया में भस्म आरती की परम्परा इसी मंदिर में निभाई जाती है। इसी के चलते दुनिया भर से श्रद्धालु मंदिर पहुंचते है।
कोरोना के दो वर्ष बाद श्रावण महीने में भगवान महाकाल के भक्तों को महाकाल के दर्शन लाभ होंगे। श्रावण व भादौ में गर्भगृह व नंदी हाल में दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद रहेगा।