रेलवे सुविधाओं का विस्तार, सर्कल और लोकल ट्रेन की योजना में मिलेगा लाभ….
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन। भगमवान महाकाल की नगरी और मंदिरों के शहर से जल्द ही रेल सुविधाओं का विस्तार होने जा रहा है। उज्जैन-देवास-इंदौर रेल लाइन का दोहरीकरण कार्य किया जा रहा है, जो इस दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। अब पश्चिम रेलवे ने उज्जैन-फतेहाबाद-इंदौर रेल लाइन का दोहरीकरण प्रस्ताव बनाकर रेलवे बोर्ड को भेज दिया है। स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू किया जाएगा। इस ट्रेक के दोहरीकरण से उज्जैन-इंदौर के बीच सर्कल और मुम्बई की तर्ज पर लोकल ट्रेन की योजना में लाभ मिलेगा।
पश्चिम रेलवे द्वारा उज्जैन में रेलवे सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इसमें उज्जैन रेलवे स्टेशन का नवनिर्माण-स्टेशन का विकास भी शामिल है। उज्जैन से फतेहाबाद होते हुए इंदौर रेल लाइन का दोहरीकरण भी किया जाएगा। इससे ट्रेनों की क्रासिंग में लगने वाला समय बचेगा। बता दें वर्तमान में उज्जैन-देवास-इंदौर रेल लाइन का दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। उज्जैन से बरलई तक 52 किमी मार्ग में दोहरीकरण का काम पूरा हो चुका है। गत माह इस दोहरीकरण ट्रैक का ट्रायल भी पूरा कर लिया गया। इस साल दिसंबर तक दोहरीकरण का काम पूरा हो जाएगा।
वाय ट्रैक की आकृति:
फतेहाबाद चंद्रावतीगंज स्टेशन से करीब डेढ़ किमी पहले इस बायपास ट्रैक का निर्माण रेलवे ने पूरा कर लिया है। इसमें उज्जैन से फतेहाबाद चंद्रावतीगंज आ रहे रेलवे ट्रैक से डेढ़ किमी का अतिरिक्त ट्रैक निकाला है। इस ट्रैक को दूसरे छोर पर सीधे इंदौर-रतलाम रेलवे ट्रैक से जोड़ा है। इससे रतलाम व उज्जैन की तरफ आने-जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेनें जिनके रूट में फतेहाबाद चंद्रावतीगंज शामिल नहीं था, लेकिन इस ट्रैक के बनने के पहले उन्हें मजबूरी में इस रूट पर आना पड़ता।
यह गाडिय़ा अब बायपास से होकर जाएगी। उज्जैन से फतेहाबाद चंद्रावतीगंज जा रहे रूट पर स्टेशन से पहले दो लाइन निकल रही है। उससे 500 मीटर पहले रेलवे ने एक अतिरिक्त लाइन निकाली है जो सीधे इंदौर-रतलाम ट्रैक को जोड़ रही हैं। जिससे एक ही ट्रैक के दो जगह जाने से वाय की आकृति साफ नजर आ रही है।
उज्जैन से इंदौर आसान होगा ट्रेनों का संचालन
उज्जैन से देवास होते हुए इंदौर के बीच रेल लाइन की दूरी 79 किमी है, जबकि उज्जैन से फतेहाबाद होते हुए इंदौर के बीच की दूरी 62 किमी है। उज्जैन-फतेहाबाद-इंदौर रूट से इंदौर की दूरी कम होगी। साथ ही उज्जैन से इंदौर के बीच दोनों रेल लाइन का दोहरीकरण होने से ट्रेनों के संचालन में भी सुविधा होगी।
जानकारों का कहना है कि उज्जैन-देवास-इंदौर उज्जैन-फतेहाबाद-इंदौर रेल लाइन का दोहरीकरण हो जाने पर तीनों शहर के मध्य सर्कल या मुम्बई में की लोकल ट्रेन की तरह ट्रेन संचालित की जा सकती है। फिलहाल फतेहाबाद ट्रेक पर उज्जैन-इंदौर की बीच मेमू का संचालन हो रहा है। भविष्य में इस ट्रेन को उज्जैन से चित्तोडग़ढ़ तक चलाने के लिए योजना है।
ट्रेनों को मिलेगी नई रफ्तार नहीं बदलना पड़ेगी इंजन की दिशा
रेलवे ने फतेहाबाद चंद्रावतीगंज स्टेशन के पास डेढ़ किमी लंबा नया ट्रैक बनाया है। इसका फायदा उज्जैन से रतलाम आने-जाने वाली ट्रेनों को होगा। ये ट्रेनें अब फतेहाबाद चंद्रावतीगंज स्टेशन पर रुकने की बजाय उससे पहले ही बायपास होकर सीधे रतलाम व उज्जैन निकल जाएगी।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा की इस रूट पर रतलाम-उज्जैन की ट्रेनों को वाया फतेहाबाद चंद्रावतीगंज आने के दौरान होने वाली इंजन के दिशा बदलने की प्रक्रिया से निजात मिलेगी। रतलाम-उज्जैन की ट्रेनों के रूट में फतेहाबाद चंद्रावतीगंज स्टेशन नहीं होगा व सीधे इस ट्रैक से बायपास हो जाएगी।