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वाह नगर निगम वाह…265 मीटर लंबा नाला, 2 साल से अधूरा

ठेकेदार भी दो और 2 करोड़ रुपए की राशि मंजूर,

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फिर भी निर्माण कार्यों में लेटलतीफी

 

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:लोग कहते हैं नगर निगम के कामों का भगवान ही मालिक है। इसका एक बड़ा उदाहरण देखने को मिला है। सिंहस्थ क्षेत्र में अंकपात मार्ग को जोडऩे वाली इंदिरानगर से लगी रोड के किनारे नाला बनाने का काम दो साल पहले मंजूर हुआ और अब तक अधूरा है। ताज्जुब इस बात का भी है कि ठेकेदार भी दो हैं, लेकिन महज 265 मीटर का नाला बनाने में दो साल गुजर गए। हालांकि अफसरों का कहना है कि शासन स्तर से मंजूर राशि अटक गई थी। अब राशि जारी हो चुकी है और नाले का काम भी शुरू कर दिया गया है।

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केवल 265 मीटर लंबे इस नाले की कहानी सुन हर कोई कह उठेगा, वाह नगर निगम वाह, लेकिन इसके पीछे सरकारी ढर्रे की कहानी भी जुड़ी है। दरअसल, इंदिरा नगर के पास एमपीईबी के वल्लभनगर जोन के पास से गयाकोठा मंदिर की ओर नाले का निर्माण कार्य दो साल पहले 2021_22 में किया गया था। इसको बनाने का ठेका दो ठेकेदारों सुधांशु गोयल और जावेद नन्हें खान ने लिया था। दोनों को नाले का आधा आधा हिस्सा ही बनाना है किंतु अब तक यह काम पूरा नहीं हो सका है।

सरकार ने इसके लिए 2 करोड़ 20 लाख रुपए मंजूर किए हैं। निगम अधिकारियों की मानें तो सरकार द्वारा यह राशि मंजूर होने के बाद लाल फीताशाही में अटक गई। काफी कवायद के बाद चार माह पहले ही यह राशि जारी हो सकी है। इस कारण निगम प्रशासन भी बेबस हो गया था। अब ठेकेदारों को राशि देना शुरू कर दिया है, लेकिन एक ठेकेदार जावेद नन्हे खान अब भी काम शुरू करने में आना कानी कर रहा है

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अब 5 अगस्त तक का टारगेट, नहीं तो पेनल्टी

निगम प्रशासन ने अब अगले माह 5 अगस्त तक नाले का काम पूरा करने का टारगेट तय किया है। निगम आयुक्त आशीष पाठक ने चेतावनी भी दी है कि 5 अगस्त तक काम पूरा न हो तो ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई कर भारी पेनल्टी लगाई जाए। हालांकि दो साल में बिल्डिंग मटेरियल के रेट भी बढ़ गए हैं।

काम शुरू हो गया है

ठेकेदारों का पेमेंट शासन स्तर से नहीं हो पाने के कारण दो साल से नाले का काम नहीं हो रहा था। अब पैसा आने के कारण एक ठेकेदार गोयल ने काम शुरू कर दिया है। दूसरे ठेकेदार से भी काम शुरू कराने के प्रयास कर रहे हैं। -दिलीपसिंह परमार, पार्षद

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