स्टेट टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा उज्जैन

वैभव यादव के जिला बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष बनने के बाद खेल गतिविधियों में आई तेजी
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खेल अधिकारी हारोड़ ने कोर्ट किराए पर देने के नाम पर टूर्नामेंट में अड़ंगा लगाया

58वीं स्टेट जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप 29 जुलाई से 2 अगस्त तक
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। वैभव यादव के बैडमिंटन के जिलाध्यक्ष बनने के बाद एक दशक बाद शहर को राज्यस्तरीय बैडमिंटन टूर्नामेंट की मेजबानी मिली है। 29 जुलाई से 2 अगस्त 58वीं स्टेट जूनियर (अंडर-17व अंडर-19) बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रदेश के खिलाड़ी अपना जौहर दिखाएंगे। इस आयोजन को लेकर खिलाडिय़ों में हर्ष व्याप्त है। इस महत्वपूर्ण आयोजन में सहयोग करना तो दूर जिला खेल एवं युवक कल्याण अधिकारी ने अडंग़ा ही डाल दिया।
जिला बैडमिंटन एसोसिएशन ने आयोजन के लिए राजामाता विजयाराजे सिंधिया स्टेडियम में निर्मित खेल परिसर (बैडमिंटन हॉल) उपलब्ध करवाने की मांग की थी। खेल अधिकारी ने पत्र लिखकर बता दिया कि यदि आयोजन करना है तो एसोसिएशन को प्रतिदिन १७ हजार रुपए के मान से राशि का भुगतान करना होगा। टूर्नामेंट चार दिन के लिए होगा। दो दिन खिलाडिय़ों के लिए प्रैक्टिस के लिए रहेंगे यानी जिला एसोसिएशन को 1 लाख 2 हजार रुपए का भुगतान करना होगा। खेल जगत में खेल अधिकारी द्वारा दिया गया पत्र चर्चा का विषय बना हुआ है। इस पत्र से खिलाडिय़ों में रोष भी है। कारण यह है कि यह टूर्नामेंट किसी जेबी संस्था या व्यक्तिगत तौर पर करवाने वाला आयोजन नहीं है। खेल अधिकारी ने कहा है कि पत्र नियमानुसार ही दिया गया है।
राज्य शासन द्वारा उज्जैन में खेल गतिविधियां आयोजित करने के लिए खेल प्रेमी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस शहर को राजमाता सिंधिया स्टेडियम उपलब्ध कराने में बड़ा योगदान दिया है। उनकी मंशा है कि इस स्टेडियम में प्रैक्टिस करने के बाद यहां के खिलाड़ी न सिर्फ नेशनल बल्कि इंटरनेशनल स्तर पर उज्जैन का नाम रोशन करें। जबकि इसके विपरीत यहां बैठे खेल अधिकारी ही खेलों को बढ़ावा नहीं दे रहे। 11.43 करोड़ से बने बहुउद्देशीय खेल परिसर का लोकार्पण 1 नवंबर 2024 को हुआ था। वैभव यादव के जिला बैडमिंटन एसोसिशन के अध्यक्ष बनने के बाद खेल गतिविधियों में तेजी आई है। उन्हीं के प्रयासों से उज्जैन को एक दशक बाद यह राजस्तरीय टूर्नामेंट की मेजबानी करने का मौका मिला है।
इस टूर्नामेंट से आगे बढ़ेंगे खिलाड़ी
टूर्नामेंट दो प्रकार के होते हैं। पहले वे जो व्यक्तिगत रूप से कराते हैं लेकिन इनके परिणाम के आधार पर नेशनल के लिए चयन नहीं होता है। दूसरे टूर्नामेंट वे होते हैं जिन्हें ऑफिशियल टूर्नामेंट कहा जाता है। इन टूर्नामेंट के विजेता खिलाड़ी ही राज्य स्तर से निकलकर नेशनल और फिर इंटरनेशनल तक जाते हैं। उज्जैन में 29 जुलाई से शुरू होने वाला टूर्नामेंट इसी तरह की ऑफिशियल स्टेट चैंपियनशिप है। जिसके विजेता खिलाड़ी मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय स्तर पर करेंगे। ऐसे टूर्नामेंट के आयोजन के लिए इतनी भारी किराया राशि एसोसिशन से मांगना किसी खेल प्रेमी के गले नहीं उतर रहा।
हमने एसोसिएशन को पत्र दिया है: हारोड़

जि ला बैडमिंटन एसोसिएशन को 17 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से (अग्रिम) पत्र देने वाले जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी ओपी हारोड़ से बातचीत की गई। उनका कहना था कि यह टूर्नामेंट खेल मंत्रालय का हिस्सा नहीं है। हमने नियमानुसार राशि के भुगतान के लिए पत्र दिया है। प्रतिलिपि में कलेक्टर और एसपी को भी रखा गया है। क्या कलेक्टर से पूछा गया है? हारोड़ ने जवाब में कहा हां कलेक्टर साहब से बात हो गई है। हारोड़ से कहा गया कि यह टूर्नामेंट खेल मंत्रालय के तहत ही है। उन्होंने इसको मानने से इंकार कर दिया। हारोड़ से पूछा गया कि आपके कार्यकाल में कितने खिलाडिय़ों ने नेशनल या इंटरनेशनल लेवल पर उज्जैन का नाम रोशन किया। उन्होंने कहा बहुत से खिलाडिय़ों ने। वे एक भी खिलाड़ी का नाम नहीं बता पाए।
खेल अधिकारी को नहीं पता कब हुआ आयोजन
अक्षरविश्व ने जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी ओपी हारोड़ से जब पूछा गया कि उज्जैन में इससे पहले ऐसा आयोजन कब हुआ। उन्हें जानकारी ही नहीं थी। हकीकत यह है कि 2016में जिला बैडमिंटन एसोसिएशन को वेस्ट जोन टूर्नामेंट की मेजबानी मिली थी। एसोसिएशन के पास आयोजन के लिए सिंथेटिक शीट नहीं थी तब तत्कालीन खेल अधिकारी ने एसोसिशन ने टूर्नामेंट आयोजन हेतु सात-सात लाख की दो शीट भेजी थी। इधर, हाल यह है कि जिला बैडमिंटन एसोसिएशन ने खेल परिसर मांग लिया तो उन्होंने 17 हजार रुपए प्रतिदिन का पत्र थमा दिया।
विवादों में रहे है खेल अधिकारी !
जब नवंबर माह में नानाखेड़ा स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया खेल परिसर का लोकार्पण हुआ था तब खेल अधिकारी ओपी हारोड़ ने अपात्र लोगों को विधिवत निमंत्रण देते हुए कार्यक्रम का हिस्सा बनाया था, जबकि योग्य खिलाडिय़ों और कोच को आयोजन से दूर रखा गया था। उन तक इस कार्यक्रम की सूचना तक नहीं पहुंची थी। जिस पर भी शहर के विभिन्न बैडमिंटन खिलाडिय़ों ने आपत्ति दर्ज करवाई थी।









