उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेले से खरीदे वाहनों के रजिस्ट्रेशन की तीन KM लंबी कतार

यातायात थाने से देवास रोड तक खड़े 500 चार पहिया वाहन
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेले में वाहनों की खरीदी पर शासन द्वारा दी जा रही छूट का लाभ उठाते हुए लोगों द्वारा दो पहिया, चार पहिया वाहनों की जमकर खरीदी की जा रही है लेकिन इन वाहनों के रजिस्ट्रेशन और स्केनिंग के काम में वाहन खरीदने वालों को खासा परेशान होना पड़ रहा है। सुबह 11 बजे तक यातायात थाने से देवास रोड तक नए चार पहिया वाहनों की करीब 3 किलोमीटर लंबी कतार लगी थी।

खरीददार ही वाहन लेकर पहुंच रहे
सामान्य तौर पर किसी भी वाहन को खरीदने पर शोरूम संचालक द्वारा आरटीओ, इंश्योरेंस आदि की कार्रवाई पूरी कराई जाती है। खरीददार को नया वाहन लेकर यहां वहां नहीं जाना होता, लेकिन व्यापार मेले में बने शोरूम से दो पहिया, चार पहिया वाहन खरीदने वाले ग्राहकों को अपने वाहन लेकर आरटीओ से संबंधित काम कराने स्वयं जाना पड़ रहा है। वहीं मेले से उज्जैन ही नहीं दूसरे शहरों के लोग भी वाहनों की खरीदी कर रहे हैं। अधिक संख्या में वाहन बिक्री होने से आरटीओ का अमला तेजी से कागजी कार्रवाई नहीं कर पा रहा।
तेज धूप, पीने का पानी नहीं और घंटों इंतजार
नई कार, लोडिंग वाहन और मोपेड बाइक खरीदने वाले लोग अपने वाहनों का रजिस्ट्रेशन व अन्य कार्रवाई कराने के लिए अपने वाहन लेकर लाइन में खड़े लोग तेज धूप में पीने के पानी की समस्या के साथ घंटों अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। दूसरी समस्या यह कि यातायात थाने के पीछे आरटीओ की एक कार्रवाई होने के बाद यही कार्रवाई दशहरा मैदान पर भी होना थी।
5 मिनिट के काम के लिये 5 घंटे इंतजार
अशोक राठौर निवासी बैतूल ने चर्चा में बताया कि उसने स्कार्पियो वाहन 7 मार्च को व्यापार मेले से खरीदा था। शोरूम संचालक ने वाहन की डिलेवरी दे दी और कागजात लेकर आरटीओ से रजिस्ट्रेशन आदि कार्रवाई के लिये भेज दिया। अशोक सुबह 4 बजे अपना वाहन लेकर आरटीओ कार्यालय पहुंचा। उसका 40 वां नंबर था। सुबह 10.30 बजे आरटीओ संतोष मालवीय अपनी टीम के साथ यातायात थाने के पीछे ग्राउण्ड पहुंचे और टेंट के नीचे बैठकर वाहनों की स्केनिंग और एप में अपलोडिंग कार्य शुरू हुआ।
इनका कहना
आरटीओ एप पर एक वाहन की स्केनिंग में 5 मिनिट का समय लग रहा है। अब तक 1500 वाहनों की इंट्री हो चुकी है। 500 के करीब वाहन वेटिंग में हैं। इसके बाद इसी प्रोसेस को करवाने दशहरा मैदान भी जाना होगा। इस प्रक्रिया में लोगों को परेशानी हो रही है, जबकि यह काम शोरूम संचालक वाहन विक्रेता का होता है, लेकिन वह लोगों को वाहन की डिलेवरी देकर यहां भेज रहे हैं। ग्वालियर मेले में इस प्रकार की प्रक्रिया नहीं होती। एक ही स्थान पर तुरंत आरटीओ की प्रोसेस हो जाती है। संतोष मालवीय, आरटीओ









