विषय विशेषज्ञ समिति में उज्जैन से तीन विद्वान शामिल
महिदपुर का नारायणधाम भी प्रोजक्ट में शामिल, प्रशासन तैयार करेगा योजना
अब राजस्थान में होगी अगली बैठक पाथेय के नए स्थान होंगे शामिल
उज्जैन। श्रीकृष्ण पाथेय योजना में उज्जैन के महर्षि सांदीपनि आश्रम और महिदपुर के नारायणाधाम को शामिल कर लिया गया है। सरकार के निर्णय पर उज्जैन प्रशासन इसकी तैयारी में जुट गया है। जल्द ही विस्तृत योजना तैयार कर सरकार को भेजी जाएगी। श्रीकृष्ण पाथेय योजना के लिए बनाई गई विषय विशेषज्ञ समिति में उज्जैन के तीन विद्वान शामिल किए गए हैं। अगली बैठक राजस्थान में होगी।
श्रीकृष्ण पाथेय को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में गुरुवार को भोपाल में हुई बैठक में विषय विशेषज्ञ समिति में उज्जैन से इतिहासविद पद्मश्री डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित, पुरावेत्ता डॉ. रमण सोलंकी और प्रो. शैलेन्द्रकुमार शर्मा को शामिल करने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया महर्षि सांदीपनि आश्रम को पाथेय के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसकी योजना तैयार करने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
आश्रम के सामने पार्किंग बनाई जाएगी और इसे पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा। जिले की महिदपुर तहसील के अंतर्गत नारायणा गांव स्थित श्रीकृष्ण सुदामा मैत्री स्थल को भी विकसित करने पर सहमति बनी है। जल्द ही दोनों स्थलों की योजनाएं प्रशासन तैयार करेगा। बैठक में मुख्यमंत्री के संस्कृति सलाहकार एवं विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी भी शामिल हुए। उन्होंने गीता महोत्सव को वृहद रूप देने का प्रस्ताव रखा, जिस एकपर सहमति बनी है।
सांदीपनि आश्रम जहां श्रीकृष्ण पढऩे आए थे, बढऩे लगी भीड़
महर्षि सांदीपनि आश्रम मंगलनाथ मंदिर रोड पर है, जहां भगवान श्रीकृष्ण महर्षि सांदीपनि से विद्या प्राप्त करने आए थे।
वर्तमान में यह मुख्य रोड पर है और दर्शनार्थियों की संख्या बढऩे से वाहनों की संख्या भी बढ़ी है।
वाहन रोड पर ही पार्क होने से आवागमन अवरुद्ध होता है। मंदिर के सामने सरकारी जगह पर पार्किंग की योजना प्रस्तावित है।
आश्रम परिसर का विस्तार कर इसे सुंदर रूप दिया जाएगा।