विदेशी निवेशकों को मध्यप्रदेश लाने के लिए भरी उड़ान
नरेंद्रसिंह अकेला उज्जैन। मध्यप्रदेश के युवाओं की आंखों में सपने हैं। बच्चों का भविष्य उज्ज्वल है। उद्योगों को व्यापकता की आस है। व्यवसाय के लिए खुला आसमान है। कुछ इस प्रकार के इरादे हैं, कुछ सपने हैं जो संजोए हैं सीएम डॉ. मोहन यादव ने। प्रदेश के करोड़ों लोगों के जीवन स्तर में बदलाव और रोजगार के असंख्य अवसरों को खोजने के लिए एक उड़ान भरी है। चाहत यही है कि मध्यप्रदेश को उद्योग, व्यापार, शिक्षा, पर्यटन और रोजगार के प्रचुर अवसरों की नई पहचान देना है। सभी का एक संकल्प है, एक ही प्रयास ह,ै यह प्रदेश आर्थिक रूप से सक्षम और सबल हो।
सीएम ने 24 नवंबर से 30 नवंबर तक के लिए विदेश दौरा बनाया है। यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। वे इंग्लैंड और जर्मनी के अलग-अलग शहरों में वहां के निवेशकों से मुलाकात करेंगे और मप्र में निवेश के लिए इन्वेस्टर्स को निमंत्रण देंग, रोड शो करेंगे। यानी उज्जैन की यह आवाज विदेश में बुलंद होगी। मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि हमारा प्रदेश साहित्य, संगीत, संस्कृति के साथ ही संसाधनों में भी बहुत समृद्ध है। यह बात पूरी दुनिया को पता चलना चाहिए। मप्र में औद्योगिक निवेश लाना सरकार का लक्ष्य है। उम्मीद जताई जा रही है कि सीएम की यह पहली विदेश यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण और सार्थक साबित होगी।
पूरी योजना बनाई गई है दौरे की
यह यात्रा कोई अचानक नहीं बनी है। इसके पीछे पूरी योजना है। विदेशी निवेशकों से बातचीत है। मध्यप्रदेश में रोजगार और व्यापार की तमाम संभावनाएं हैं। यहां की भौगोलिक परिस्थिति सरकार का सहयोग और प्रचुर मात्रा में संसाधन हैं जो नए उद्योग की स्थापना के लिए कारगर साबित हो सकते हैं। प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं हैं। यहां के विद्यार्थी उच्च शिक्षा प्राप्त कर विदेशों में बड़े पैकेज पर काम कर रहे हैं। यदि उन्हें यही अवसर मिलते हैं तो विदेश में बसने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं जो विदेशी निवेशकों को रिझाती रही है। पीथमपुर, देवास ने उद्योगों के मामले में नई इबारत लिखी है। यहां हर प्रकार का उद्योग पुष्पित पल्वित हो रहा है। माँ नर्मदा ने उद्योगों को अभिसिंचित किया है। सीएम ने इन्हीं संसाधनों और प्रतिभाओं के दम पर विदेश दौरा बनाया है।
इन्वेस्टर्स प्रमोशन कार्यक्रम
सीएम लंदन और जर्मनी में म्यूनिख, बर्लिन सहित अन्य शहरों में रोड शो के साथ समिट से जुड़े आयोजनों में भाग लेंगे। सीएम के साथ अनुभवी अधिकारियों की टीम गई है यह 24 से 27 तक जर्मनी और लंदन में रहेगी। 28 से 30 तक बर्लिन में इन्वेस्टर्स प्रमोशन कार्यक्रम होंगे। 29 और 30 को म्यूनिख में आयोजन होंगे।
सीएम के साथ एसीएस डॉ. राजेश राजौरा, संजय दुबे, संजय कुमार शुक्ल, इंडस्ट्री विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह, एमपीआईडीसी के एमडी चंद्रमौलि शुक्ला, एमपीआईडीसी भोपाल के कार्यकारी संचालक विकास सिंह चौहान और इंदौर के ईडी राजेश राठौड़ भी साथ में हैं।
अधिकारी जुटे हैं योजनाएं बनाने में
गौरतलब है कि फरवरी 2025 में मप्र में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन भी होना है। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। संबंधित विभाग के अधिकारी योजनाएं बनाने में जुटे हैं। सीएम ने अधिकारियों से कहा है कि प्रदेश सरकार का एक ही लक्ष्य है कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश लाया जाए। यह काम हम सभी को मिल कर करना है।