विक्रम विश्वविद्यालय का अनोखा कारनामा….
कार्रवाई का पता नहीं, दस्तावेज रद्दी में मिले
मामला 2018 में पर्चा लीक होने की जांच का
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय का अनोखा कारनामा सामने आया है। 2018 में एक पर्चा लीक होने के मामले में क्या कार्रवाई हुई किसी को पता,लेकिन पांच साल बाद जांच से संबधित दस्तावेज विवि परिसर में रद्दी के बीच कचरे में मिले है। यह स्थिति सामने आने के बाद विवि में हड़कंप मचा गया है।
विक्रम विश्वविद्यालय की एक परीक्षा का पेपर लीक होने का सनसनीखेज मामला करीब पांच साल बाद फिर चर्चाओं में आ गया है। इसकी जांच से संबंधित दस्तावेज विवि की रद्दी में मिले है। बताया जाता है कि विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत एक निजी कॉलेज की परीक्षा का प्रश्नपत्र 25 अप्रैल 2018 को आयोजित होना था।
प्रश्नपत्र 24 अप्रैल 2018 को ही आउट हो गया। यह ई-मेल के माध्यम से छात्रों को भेजा गया। वहीं इसके एवज में मोटी राशि का लेन-देन भी हुआ था। कॉलेज के ही एक छात्र रोहित टगरिया ने इसकी सप्रमाण शिकायत विवि प्रशासन से की। उस वक्त भी खासा हड़कंप मच गया था।
मसले की गंभीरता को देखते हुए विवि प्रशासन ने जांच के आदेश दिए थे। विवि गोपनीय विभाग ने नोटशीट पर पूरी वैधानिक प्रक्रिया की। तात्कालीन कुलपति से अनुमोदित होने बाद कॉलेज के डारेक्टर नोटिस जारी करने के आदेश हुए। आदेश उपकुलसचिव (गोपनीय) के हस्ताक्षर से तैयार हो गया, लेकिन जारी नहीं किया। संभावना है कि इस पूरे मामले को सांठगांठ कर दबाया गया।
कुलसचिव को अवगत कराया
एक जागरूक व्यक्ति की निगाह विवि परिसर में कचरे के ढ़ेर में पड़ी रद्दी के बीच कई फीताबद्ध फाईलों पर पड़ी और उसने इन्हे टटौला तो एक फाईल 2018 में पर्चा लीक होने की जांच की निकली। इस संबंध में कुलसचिव प्रशांत पुराणिक को अवगत कराया गया,मौके पर जाकर जब कुलसचिव पुराणिक ने कचरे में जाकर दस्तावेज देखें,वे तो दंग रहे गए। उन्होंने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को उठाया और कुलपति कार्यालय गए।
उन्होंने कर्मचारियों से पूछा कि यह दस्तावेज किसने फेंके। कुलपति कार्यालय से इसका जवाब नहीं मिला।इसके बाद पंचनामा बनाकर दस्तावेज कुलपति कार्यालय के कर्मचारियों को दिए गए। माना जा रहा हे कि पेपर लीक की जांच के दस्तावेजों को अधूरी प्रक्रिया के बाद कुलपति कार्यालय में छिपा कर रखा गया होगा। किसी कर्मचारी ने इन दस्तावेजों को कचरे में फेंक दिया। जो किसी के हाथ लग गए।
मामला गंभीर है पड़ताल करेंगे
मामला गंभीर है। कचरे में में एक जांच नोटशीट,आदेश और अन्य दस्तावेज मिले है। इसकी पड़ताल करेंगे। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। प्रशांत पुराणिक, कुलसचिव