विवि परिसर में किया प्रदर्शन सद्बुद्धि यज्ञ, पुतला जलाया
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय की नैक ग्रेडिंग में गिरावट के बाद विरोध के स्वर बुलंद होने लगे हैं। नैक मूल्यांकन में विश्वविद्यालय को बी++ ग्रेड मिलने के विरोध में कांग्रेस और एनएसयूआई ने प्रदर्शन कर विवि परिसर में सद्बुद्धि यज्ञ किया। विरोध स्वरूप पुतला जलाकर उच्च शिक्षा मंत्री और कुलसचिव से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की। विक्रम विवि में वर्ष 2015 के नैक मूल्यांकन के बाद ए ग्रेड मिली थी।
सात साल बाद विवि के आवेदन पर 2022 में हुए मूल्यांकन ने विक्रम को बी ++ पर लाकर खड़ा कर दिया है। इस पर विवि प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कांगे्रस के कुछ पदाधिकारियों के साथ एनएसयूआई के पदाधिकारियों- कार्यकर्ताओं ने विवि के प्रशासनिक भवन के बाहर प्रदर्शन करते हुए सद्बुद्धि यज्ञ किया। परिसर में ही नारेबाजी कर पुतला भी जलाया गया।
विश्वविद्यालय की स्थिति बदतर
एनएसयूआई के पदाधिकारियों का कहना था कि विक्रम विश्वविद्यालय की स्थिति बदतर हुई है। विश्वविद्यालय पहले ए ग्रेड पर था,अब बी ++ पर आ गया है। शिक्षा की क्वालिटी और स्तर नीचे गया है। विश्वविद्यालय ने 245 कोर्स प्रारंभ किए, लेकिन उनमें से 60 से 70 प्रतिशत कोर्स अभी भी प्रारंभ ही नहीं हुए हैं। शिक्षक की कमी है। नैक ग्रेड का रिव्यू कराने के लिए विवि बड़ा शुल्क जमा करना होगा।
प्रदर्शन, सद्बुद्धि यज्ञ, पुतला दहन के दौरान एनएसयूआई के प्रदेश सचिव हिमांशु शर्मा के नेतृत्व में हुए आंदोलन के दौरान मप्र कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सुदर्शन गोयल, कांग्रेस नेता जितेंद्र परमार, प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व सचिव बबलू खिंची, संचित शर्मा, दीपेश जैन, शेखर रायकवार, अर्पित यादव, तरुण परिहार, जयंत ठाकुर, धर्मेंद्र मालवीय आदि मौजूद थे।
कांग्रेस में ही चर्चा, सद्बुद्धि यज्ञ किसके लिए..?
विवि की ग्रेड गिरने के विरोध में प्रदर्शन की अगुवाई का दावा करने वाले कांग्रेस के नेता को लेकर चर्चा इस बात की हो रही है कि सद्बुद्धि यज्ञ किसके लिए किया गया है। एक तरफ तो उक्त कांगे्रस नेता के संस्थान में कांग्रेस के विपरीत विचारधारा के मुख्य और सहयोगी संगठनों के कार्यक्रम होते हैं, दूसरी ओर कांग्रेस के नेता द्वारा उस सत्ता के खिलाफ सद्बुद्धि यज्ञ किया गया, जिसकी विचारधारा कांगे्रस के विचार नीति से मेल नहीं खाती। उस संगठन के अनेक आयोजनों में कांग्रेस नेता के बड़े भाई और उनका परिवार मंच शेयर कर चुके हैं, तो सवाल स्वाभाविक है कि सद्बुद्धि यज्ञ किसके लिए….?