अच्छे स्वास्थ्य के लिए वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना जरुरी है । एक स्वस्थ घर अच्छे स्वास्थ्य का निर्माण करता है। वास्तु उपायों का उपयोग करके खुद को बीमारी और नकारात्मक ऊर्जा से बचाने के कई तरीके हैं। इस ब्लॉग में स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती के लिए कुछ बेहतरीन वास्तु टिप्स दिए गए हैं, जिन्हें घर को सजाते समय ध्यान में रखना चाहिए:
मुख्य दरवाज़े
मुख्य दरवाज़े (main door) घर के अंदर अच्छी ऊर्जा के आने रास्ता बनाता है। सुनिश्चित करें कि आपका मुख्य दरवाज़ा अंदर की दिशा में खुलता है। बाहर की दिशा घर से पॉजिटिविटी को खींचती है। यदि इसमें कोई दरार है या मरम्मत करें। जांचें कि क्या यह खोले जाने के दौरान कोई शोर करता है। ऐसे मामलों में, चरमराहट से बचने के लिए कोनों पर तेल लगाएं।
बेडरूम
अच्छे स्वास्थ्य के लिए सबसे जरुरी वास्तु टिप्स बेडरूम की छत पर आने वाली बीम से बचना है। अगर बीम आपके बिस्तर पर सीधा पड़े तो यह सेहत के लिए खराब संकेत है। अपना बिस्तर और अलमारी दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें। फर्नीचर को दीवारों के करीब करें। सोने की जगह उत्तर-पूर्वी दिशा में नहीं होनी चाहिए।
डाइनिंग रूम
अगर हम अपने आस-पास के सभी लोगों के साथ अच्छा महसूस करते हैं, तो हमारे शरीर में राहत महसूस होती है। आप ऐसी जगह पर शीशा लगा सकते हैं जहां से आपका रिफ्लेक्शन देखा जा सके। इससे घर के अंदर समृद्धि आती है। अपने डाइनिंग टेबल को हमेशा व्यवस्थित रखें। खाने से पहले हाथ को धो कर अच्छे से साफ़ करें। खाने से पहले भगवान को याद कर धन्यवाद करें।
पूजा रूम
स्वास्थ्य और धन के दृष्टिकोण से देखें तो पूजा रूम उत्तर दिशा में होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि पूजा करते समय भक्त को उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में देखना चाहिए। यह घर की सारी नकारात्मकता को दूर करके घर को तरोताजा करने में बहुत बड़ा रोल निभाता है।
वाशरूम
क्या आप जानते हैं कि सभी वॉशरूम असल में नेगेटिव एनर्जी के सीधे संपर्क में होते हैं? इसलिए शौचालय को दक्षिण दिशा में बनाने की सलाह दी जाती है। पानी का रिसाव नहीं होना चाहिए। वाशरूम को पूजा रूम से दूर रखें। वाशरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें। सफाई का हमेशा ध्यान रखें।
किचन
गैस चूल्हे को दक्षिण-पूर्व कोने में रखें। वॉश बेसिन और गैस स्टोव को हमेशा अलग रखना चाहिए क्योंकि आग और पानी विपरीत तत्व हैं।पानी का टैंकर किचन के बाहर ही रखना चाहिए। रेफ्रिजरेटर की स्थिति दक्षिण-पश्चिम दिशा में होनी चाहिए। अनाज को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए।
अच्छे स्वास्थ्य लाभ मिल सकते है यदि आपका घर पहले से ही इसके दिशा-निर्देशों के अनुसार बना हुआ है। लेकिन कुछ बदलाव करके आप एक स्वास्थ्य जीवन जी सकते हैं