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विक्रमनगर-कोठीरोड फोरलेन काम सुस्त, नोटिस जारी होगा

विश्वविद्यालय की जमीन पर पत्थर डालकर छोड़े, बाकी काम अधूरा

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मंदिर को हिस्सा हटने के बाद उम्मीद थी कि निर्माण में तेजी आएगी

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कोठी पैलेस से विक्रम नगर तक फोरलेन रोड का काम सुस्त पड़ गया है। आधा किलोमीटर लंबी यह रोड छह माह में भी बनकर तैयार नहीं हो सकी है। निगम प्रशासन इसको लेकर ठेकेदार को नोटिस देने की तैयारी कर रहा है। दूसरी ओर कानीपुरा रोड 28 दिन में उखड़ जाने के मामले में जांच कमेटी आज डामरीकरण के सैंपल लेकर जांच शुरू करेगी। समिति को पांच दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करना है। मामले में किसी इंजीनियर पर निलंबन की कार्रवाई होने की संभावना है।

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कोठीमहल और प्रशासनिक संकुल के बीच से विक्रम नगर में फोरलेन से जोडऩे के लिए करीब 800 मीटर लंबा रोड फोरलेन किया जा रहा है, लेकिन यह काम बहुत धीमी गति से चल रहा। इस कारण निगम प्रशासन ठेकेदार को नोटिस जारी करने की तैयारी में है। फोरलेन के लिए विक्रमनगर के पास बने मंदिर का एक हिस्सा हटाया जा चुका है। विक्रम विश्वविद्यालय की जमीन पर पत्थर भी बिछाए जा चुके हैं, लेकिन काम रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा। विधायक चिंतामणि मालवीय के बंगले के सामने रोटरी निर्माण भी प्रस्तावित है। यह काम भी अभी अधर में पड़ा है। निगम सूत्रों ने ठेकेदार से स्पष्टीकरण तलब करने की पुष्टि की है।

कानीपुरा रोड डामरीकरण का लेंगे सैंपल, देखेंगे काम

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आगर रोड पर कानीपुरा रोड का शहरी हिस्सा निगम ने केवल दो दिन में बना दिया और पहली ही बारिश में सडक़ निर्माण की पोल खुल गई। जगह जगह गड्ढे पड़ गए थे। निगम ने 28 लाख रुपए से यह रोड बनाई लेकिन 28 दिन भी चल नहीं सकी और खराब हो गई। नगर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने रोड निर्माण की जांच के लिए कमेटी बनाई है जो अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। महापौर मुकेश टटवाल ने कुछ दिन पहले ही इसका निरीक्षण कर नाराजी जताई थी कि काम हो रहा था, तब इंजीनियर कहां थे।

सूत्रों के अनुसार जांच रिपोर्ट के आधार पर इंजीनियर पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। रोड निर्माण निगम के इंजीनियर संजय खुजनेरी और आनंद परमार उपस्थित थे। टाइमकीपर भगवान चौधरी भी थे, लेकिन आननफानन में बनी रोड पहले बनी सीसी रोड से बदतर थी। आज जांच टीम के सदस्य रोड का सैंपल आदि लेकर जांच शुरू करेंगे। जांच के बाद निगम आयुक्त को प्रस्तुत की जाएगी। जांच कमेटी में सहायक आयुक्त प्रफुल्ल कुमार गठरे, कार्यपालन यंत्री पीसी यादव और सहायक यंत्री मनोज राजवानी को शामिल किया गया है।

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