अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में संतों के साथ रथ में बैठकर चर्चा में आई मॉडल और इंफ्लूएंसर हर्षा रिछारिया मंगलवार तडक़े 4 बजे भगवान महाकाल की भस्मार्ती में शामिल हुईं। उन्होंने नंदी हॉल में भक्तों के बीच बैठकर आरती देखी। उनके साथ कुछ अन्य लोग भी थे।
आरती के बाद उन्होंने नंदी हॉल से ही भगवान महाकाल के दर्शन किए और रवाना हो गईं। दरअसल, हर्षा उस वक्त चर्चा में आई थीं जब महाकुंभ में उनकी एंट्री संतों के साथ रथ पर बैठकर हुई। उन्होंने खुद को निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशनंद गिरि महाराज की शिष्या बताया था। नकली बालों की जटा बनाए, माथे पर चंदन का लेप, कुमकुम का तिलक और रूद्राक्ष की माला पहने नजर आई थीं।
इसके बाद से ही उन्हें महाकुंभ की सुंदर साध्वी कहा जाने लगा। अपने ग्लैमरस और स्टाइलिश अंदाज के चलते हर्षा रिछारिया की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर रातोंरात वायरल हो गईं। आपको बता दें कि 10 फरवरी को भी हर्षा भगवान महाकाल के दर्शन करने पहुंची थीं। अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम के बायो में हर्षा रिछारिया ने खुद को पब्लिक फिगर, सोशल एक्टिविस्ट और इंफ्लूएंसर बताया है। साथ ही वह एंकर और अभिनेत्री भी रह चुकी हैं।
विवाद के बाद छोड़ा महाकुंभ
रातोंरात चर्चित होने के बाद उनके संत होने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। इसके बाद उन पर कई तरह के आरोप भी लगे। जिस पर हर्षा ने सफाई देते हुए कहा था कि वह संत नहीं है, केवल शिष्या हैं और इसी नाते महाकुंभ में आई थीं। हालांकि, विवाद बढ़ा तो वह महाकुंभ से चली गई थीं।