श्री महाकालेश्वर मंदिर में 31 दिसंबर को उम्मीद के मुताबिक नहीं आए दर्शनार्थी

सूना रहा मंदिर परिसर, पार्किंग व बैरिकेड्स भी खाली

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3 घंटे बंद रहे 250 रुपए के दर्शन काउंटर, भीड़ कम होने पर खोले

उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में साल के आखिरी दिन यानी ३१ दिसंबर को लेकर लाखों दर्शनार्थियों के आने का जो अनुमान लगाया गया था वह गलत साबित हुआ। पिछले साल की अपेक्षा इस बार महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या काफी कम रही। स्थिति यह रही कि मंदिर परिसर ही खाली-खाली नजर आया। पार्किंग और बैरिकेड्स भी खाली रहे। जो भी दर्शनार्थी पहुंचे वह दर्शन कर बाहर निकलते रहे। बताया जा रहा है कि प्रयागराज में कुंभ की शुरुआत होने को है, ऐसे में श्रद्धालुओं का रूझान उस ओर ज्यादा है। इसके अलावा हिंदू नववर्ष गुड़ीपडवा को मनाया जाता है जिसके चलते भी अंग्रेजी नववर्ष को लेकर लोगों का उत्साह कम है। हालांकि, संभावना जताई जा रही है कि १ जनवरी को नववर्ष के पहले दिन मंदिर में भीड़ बढ़े।

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सुबह ३ घंटे बंद रहे शीघ्र दर्शन काउंटर: महाकाल मंदिर प्रशासन को उम्मीद थी कि सुबह से ही श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी। इसके चलते २५० रुपए के दर्शन काउंटर बंद कर दिए गए। करीब ३ घंटे काउंटर बंद रहे लेकिन जब दर्शनार्थी की संख्या काफी कम रही तो काउंटर फिर से शुरू कर दिए गए।

अक्षरविश्व टीम ने प्रभारी प्रशासक को दी जानकारी
अक्षरविश्व टीम ने श्रद्धालुओं की संख्या कम होने के बावजूद २५० रुपए के शीघ्र दर्शन काउंटर बंद होने और लड्डू प्रसादी कैश काउंटर बंद होने की जानकारी प्रभारी प्रशासक एवं एडीएम अनुकूल जैन को दी तो उन्होंने शीघ्र दर्शन रसीद काउंटर शुरू करवाने और अवंतिका गेट के सामने बने प्रसादी काउंटर को शीघ्र शुरू करवाने की बात कही।

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लड्डू प्रसादी काउंटर शिफ्ट, मशीन पर लोड बढ़ा
मंगलवार को मंदिर परिसर स्थित लड्डू प्रसादी काउंटरों को शिफ्ट कर दिया गया। कर्मचारियों ने बताया कि गेट नंबर १ अवंतिका द्वार के सामने, साक्षी गोपाल मंदिर के समीप, गेट नंबर ४ और लड्डू प्रसादी के एक अन्य कैश काउंटर को दो दिन के लिए झालरिया मठ में शिफ्ट किया गया है। इसके चलते लड्डू प्रसादी मशीन पर दबाव बढ़ गया और श्रद्धालुओं की लाइन लग गई। देखते ही देखते लाइन लंबी होती चली गई। हालांकि, यहां लड्डुओं का स्टॉक रखा गया था ताकि मशीन खाली होने पर उसमें तेजी से पैकेट जमाए जा सके। बहरहाल, कैश काउंटर बंद होने से श्रद्धालुओं को परेशानी जरूर हुई।

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