पॉडकास्ट, ऑडियो बुक्स और यूट्यूब वीडियो ने वॉइस आर्टिस्ट की डिमांड बढ़ा दी है। वॉइस ओवर आर्टिस्ट बनने के लिए कोई कोर्स करना जरूरी नहीं है । लेकिन अगर आपको वॉइस ओवर और डबिंग नहीं आती तो आपको कोर्स करने की जरूरत है। जिससे आपको डबिंग आर्टिस्ट क्षेत्र की बारीकियों की सही जानकारी और समझ मिलेगी। इसके बाद आप फिल्म और टेलीविजन उद्योग, धारावाहिक, रेडियो, ऑडियो एप्प और वेबसाइट आदि में काम की तलाश कर सकते हैं। तो आइए विस्तार से जानते हैं कि आप वॉइस ओवर आर्टिस्ट के रूप में अपना करियर कैसे बना सकते हैं।
योग्यता
आवाज़: एक वॉइस-ओवर कलाकार के पास स्पष्ट और स्पष्ट बोलने वाली आवाज़ होनी चाहिए जो भावनाओं को व्यक्त कर सके और स्क्रिप्ट के इच्छित अर्थ को बता सके।
एक्टिंग: डबिंग कलाकार को भावनाओं को व्यक्त करने और अपनी आवाज़ के माध्यम से अर्थ बताने में सक्षम होना चाहिए, जिसके लिए अच्छी एक्टिंग की आवश्यकता होती है।
अच्छी टाइमिंग और डिलीवरी: डबिंग कलाकार को मूल संवाद की टाइमिंग और डिलीवरी को उस विदेशी संवाद के साथ मेल करने में सक्षम होना चाहिए जिसे वे डब कर रहे हैं।
स्क्रिप्ट की समझ: डबिंग कलाकार को उस स्क्रिप्ट की अच्छी समझ होनी चाहिए जिसे वे डब कर रहे हैं और जिस संदर्भ में इसका उपयोग किया जा रहा है।
टेक्निक : एक वॉइस ओवर कलाकार को डबिंग के टेक्निक से परिचित होना चाहिए, जैसे माइक्रोफोन और एडिटिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग करना।
नेटवर्किंग : डबिंग कलाकार को कस्टमर्स और नियोक्ताओं के लिए स्वयं और अपने काम का प्रमोशन करने में सक्षम होना चाहिए।
सैलरी
इस फील्ड में शानदार कमाई होती है। शुरुआत में आपको महीने के15-20 हजार रुपये आराम से मिलते हैं। इसके बाद अनुभव के साथ ही कमाई भी बढ़ती जाती है। साथ ही आपको प्रति फिल्म डबिंग का कॉन्ट्रैक्ट भी मिल सकते हैं, जो लाखों रुपये में होते हैं। आप किसी स्पेशल टीवी या कॉर्टून प्रोग्राम के लिए डबिंग करके भी महीने के लाखों रुपये कमा सकते हैं।
कोर्सेस
आज के समय में कई ऐसे संसथान हैं जहाँ से आप Voice Over Artist या Dubbing Artist के लिए कोर्स कर सकते हैं। यह 3 महीनों से लेकर 6 महीनों तक का हो सकता है। आप जिस भी Institute से Dubbing Artist बनने के लिए Course करते हैं वहां पर आपको Voice Modulation से लेकर Lipsing, Pronoun, Expression जैसी कई बातों के बारे में ना केवल जानकारी दी जाती है बल्कि सिखाया भी जाता है।
प्रमुख संस्थान
- भारतीय जनसंचार संस्थान मिरांडा हाउस,
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- एआरएम रेडियो अकादमी
- एशियन अकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन, नोएडा
- फिलमिट एकडेमी मुम्बई जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्यूनिकेशन मुम्बई