अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। वीडी मार्केट एक बार फिर सुर्खियों में है। जेसीबी के जबड़े से बचने के लिए व्यापारियों ने स्टे ले रखा है। अब एनजीटी के आदेश पर तहसीलदार ने मकानों और दुकानों की नपती शुरू की है। गोवर्धन सागर में पानी भरा हुआ है। मकान सागर के किनारे पर हैं, ऐसे में नपती संभव नहीं थी। नवीन तकनीक की रोवर मशीन से नपती की जाएगी। वीडी मार्केट में हितों को लेकर कई धड़े हो गए हैं।
अक्षर विश्व से चर्चा करते हुए तहसीलदार रूपाली जैन ने बताया कि एनजीटी ने अपने एक आदेश में वीडी मार्केट की ५१ दुकानों को तोडऩे के आदेश दिए थे। नगर निगम ने कार्रवाई भी की। इसी बीच व्यापारी इंदौर हाईकोर्ट से स्टे ले आए। यह दस फरवरी तक ही था। कोर्ट में तारीख बढ़ गई है।
पानी में संभव नहीं इसलिए मशीन से
तहसीलदार ने बताया कि हमें एनजीटी की ओर से आदेश मिले हैं। मंगलवार को भी नपती के लिए गए थे, लेकिन शाम होने के कारण अंधेरा हो गया था। आज बुधवार को दोपहर दो बजे बाद पुन: नपती की जाएगी। उन्होंने कहा कि नई तकनीक की रोवर मशीन आई है उसी नपती होगी।
मार्केट में एकता का अभाव
वीडी मार्केट में एकता का अभाव देखा जा रहा है। जब दुकानें तोडऩे के आदेश हुए तब धरना दिया। पहले दिन अच्छी खासी भीड़ थी। उसके बाद मु_ी भर व्यापारी ही सामने आए। सूत्रों का कहना है कि किसी भी निर्णय में सभी से राय नहीं ली जा रही है। भोपाल का एक प्रतिनिधि मंडल गया, लेकिन कुछ लोगों से पूछा तक नहीं।