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शिप्रा : यह कैसी सफाई, घाटों की सीढिय़ों पर फैली काई

25 से अधिक महिला-पुरुष गिरकर हुए घायल, तीन एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचे, जिम्मेदारों को नहीं सरोकार

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:शिप्रा नदी को पीएचई विभाग ने प्रयोगशाला बनाकर रख दिया है। विभाग के अफसर न तो नदी में साफ व स्वच्छ पानी स्टोर कर पा रहे हैं न ही नगर निगम द्वारा नदी की सफाई कराई जा रही है।

 

घाट की सीढिय़ों पर काई जमी है जिसे फोटो सेशन के लिये साफ करतेे अफसर नजर आते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि लोग नदी में नहाने के दौरान इसी काई से फिसलकर अपने हाथ पैर तुड़वाने के साथ सिर भी फुटवा रहे हैं। हालात यह है कि सुबह 25 से अधिक महिला-पुरुष शिप्रा नदी के सिद्ध आश्रम घाट से लेकर छोटे पुल तक काई से फिसलकर घायल हुए जिनमें से तीन को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाकर भर्ती कराना पड़ा है।

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एम्बुलेंस टेक्निशियन बोला अब तक 10 को अस्पताल ला चुका हूं

सिविल अस्पताल की 108 एम्बुलेंस के टेक्निशियन ने बताया कि सुबह 6 बजे से 9 बजे के बीच शिप्रा नदी के अलग-अलग घाटों से 10 लोगों को घायल हालत में जिला अस्पताल छोड़ चुका हूं। घाट की सीढिय़ों पर इतनी काई है कि लोगों का पैर रखना मुश्किल हो रहा है। अधिकांश लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, लेकिन घाट की सीढिय़ों से काई हटाने का काम नगर निगम द्वारा नहीं किया जा रहा और न ही फिसलन कम करने के लिये कोई केमिकल का उपयोग किया जा रहा है।

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सेना का जवान गिरने वालों को उठा रहा था, उसी का भतीजा फिसल पड़ा

रणजीत कुमार निवासी भोपाल अपने परिवार के साथ सुबह ट्रेन से उज्जैन दर्शन करने आये। उन्होंने बताया कि सभी लोग सबसे पहले शिप्रा नदी के रामघाट पर स्नान करने गये थे। वहां घाट की सीढिय़ों पर काई जमी होने के कारण लोग फिसलकर गिर रहे थे। रणजीत कुमार ने बताया कि जब मैं सीढिय़ों पर गया उसी दौरान दो-तीन लोग फिसल कर गिरे। मैं उन्हें उठाने में लगा था तभी पीछे से आया भतीजा संतोष पिता भूपेन्द्र 32 वर्ष निवासी भोपाल वहां आ गया और काई पर पैर फिसलने से संतुलन बिगडऩे के बाद वह तेजी से जमीन पर गिरा जिससे उसका सिर फूट गया।

सिर में गंभीर चोंट लगने के कारण खून निकल रहा था। उसके सिर में गमछा बांधा व एम्बुलेंस से जिला अस्पताल में उपचार कराने लाये। इसी प्रकार मधु गुप्ता पिता रामेश्वर 40 वर्ष निवासी कोटा राजस्थान भी पुलिस चौकी के सामने स्थित घाट पर काई से फिसलकर घायल हुई। उनकी कमर में चोंट लगी थी।

पति रामेश्वर गुप्ता ने बताया कि वह शनिवार सुबह उज्जैन दर्शन करने आये थे। आज सुबह शिप्रा नदी में नहाने पहुंचे। मधु ने नदी में स्नान किया व कपड़े चेंज करने के लिये नदी की सीढिय़ों से बाहर की तरफ आ रही थी तभी काई से फिसलकर घायल हुई। आसपास के लोगों की मदद से एम्बुलेंस में डालकर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

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