दस्तावेज में त्रुटि सुधार के लिए मांगी थी १० हजार रुपए की रिश्वत
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महिदपुर तहसील कार्यालय में पदस्थ रीडर को लोकायुक्त ने बुधवार को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा लिया। उसने दस्तावेज में त्रुटि सुधार के लिए १० हजार रुपए की मांग की थी जिस पर आवेदक ने लोकायुक्त को शिकायत कर दी जिसके बाद कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
महिदपुर के मादुपुरा में रहने वाले आवेदक हाकम पिता भेरूलाल चौहान की ग्राम खेड़ा खजूरिया में पट्टे की जमीन है। उन्होंने पट्टे की जमीन के नाम में हुई त्रुटि में बदलाव करवाने के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था जिसके एवज में वहां पदस्थ रीडर दीपा चेलानी ने 10 हजार रुपए मांगे थे। इसकी शिकायत हाकम चौहान ने ६ मार्च को लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को की। जांच में शिकायत सही पाई गई जिसके बाद प्रथम किश्त के रूप में ५ हजार रुपए देना तय हुआ। बुधवार को ट्रेप के तहत आवेदक हाकम चौहान ने जैसे ही दीपा चेलानी को रुपए दिए लोकायुक्त टीम ने उसे धरदबोचा। पकड़ में आते ही वह रोने लगी। टीम ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की।
सिर पर हाथ रखकर किया टीम को इशारा
आवेदक हाकम चौहान को लोकायुक्त टीम ने केमिकल लगे नोट लेकर भेजा था। जैसे ही उसने नोट दिए और सिर पर हाथ रखकर इशारा किया वैसे ही लोकायुक्त टीम ने रीडर दीपा चेलानी को रंगेहाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त टीम में डीएसपी दिनेशचंद्र पटेल सहित निरीक्षक हिना डावर, का.वा. प्रधान आरक्षक हितेश ललावत, आरक्षक मोहम्मद इसरार, संदीप कदम, नीता बैस, ऋतु मालवीय आदि शामिल रहे।