पिता ने डांटा तो ट्रेन में बैठकर भोपाल चला गया

स्कूल से जल्दी घर आ गया था जयंत, इंदौर का यात्री अभि यादव मक्सी लेकर आया

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। तराना के सुमराखेड़ा में रहने वाला 5वीं कक्षा का 11वर्षीय जयंत पंवार नामक बालक पिता की डांट से इतना क्षुब्ध हुआ कि वह ट्रेन में बैठकर भोपाल चला गया। इसके बाद वह रेलवे स्टेशन पर भटकता रहा। घर जाने की याद आई तो फिर ट्रेन में बैठ गया और इंदौर चला गया। एक बार फिर भोपाल से उज्जैन आने वाली ट्रेन में बैठा। यहीं पर उसे इंदौर का एक यात्री अभि यादव मिला जिसने जयंत से पूछताछ की। उसने बताया कि वह सुमराखेड़ा का रहने वाला है, स्कूल से जल्दी घर पहुंचा तो पिता ने डांट दिया था। दादाजी भी भोपाल आते-जाते रहते थे। इसलिए ट्रेन में बैठकर भोपाल चला गया।

पुलिस जयंत को लेकर परेशान रही

ज यंत के अचानक लापता होने के कारण सुमराखेड़ा में तरह-तरह की अफवाहें फैलने लगी। पुलिस भी उसकी बरामदगी को लेकर परेशान थी। 15 फरवरी की शाम ६ बजे लापता हुआ यह बालक 16 फरवरी की दोपहर तक घर नहीं लौटा। इसी बीच इंदौर के यात्री अभि यादव का जयंत के पिता जीवन के पास फोन आया। उसने बताया कि तुम्हारा बेटा मेरे पास है। मैं इसे लेकर मक्सी आ रहा हूं। उसने वीडियो कॉल से जयंत की मां उर्मिला और दादी शकुंतला से बात करवाई।

स्टेशन पर पहुंच गई थी पुलिस

कायथा के सब इंस्पेक्टर गणपतसिंह मुजाल्दा ने बताया कि जीवन से पुलिस को जयंत के बारे में सूचना मिल गई थी। पुलिस 16 फरवरी की शाम 4 बजे रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन से अभि यादव उतरा उसके साथ जयंत भी था। उस भले आदमी के प्रति सभी ने आभार जताया। मुजाल्दा ने बताया कि जीवन की बस स्टैंड पर साइकिल की दुकान है। पिछले साल हवा भरने वाली मशीन का कंप्रेशर फटने से उसका एक हाथ कट गया था। वह चाहता है कि उसका बेटा पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी करें।

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